पर्यावरण संदेश

कहते है जब हौसले बुलंद हो तो अच्छे अच्छे लोगों को मात दी जा सकती है । इसी कडी में हल्द्वानी के छडायल सुयाल के रहने वाले 58 वर्षीय भूपेंद्र सिंह मेहरा के आगे ना तो उम्र आडे आ रहीं है और ना हीं उनके हौसले को मात दी जा सकती है। उनका एक ही लक्ष्य है एक ही सपना है पर्यावरण को बचाना जिसके लिये वो लगातार प्रयासरत है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर भूपेंद्र सिंह मेहरा ने साईकिल से भारत भ्रमण में राज्यों का कई बार दौरा कर चुके है तो वहीं उत्तराखंड में आई 2013 की त्रासदी से आज भी उनके दिल में पीड़ा देखने को मिल रहीं है। उनका कहना है कि पहाडों पर बडे डैमों व पेडों का अनावाश्यक दोहन पर केंद्र सरकार व राज्य सरकारों को सोच समझ कर हीं कदम उठाना चाहिये।