नैनीताल:कोरोना संक्रमितो की आप बीती सुशीला तिवारी अस्पताल के बाथरूम में गंदगी का भंडार

शासन प्रशासन लाख दावे कर ले कि कोविड 19 के मरीजो को हम बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे हैं लेकिन ज़मीनी हकीकत इन तस्वीरों में साफ बयां हो रही है।ये तस्वीरे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल के एच वार्ड के बाथरूम की है जहां कोरोना संक्रमित मरीजो को उपचार के लिए रखा गया है ।सामान्य व्यक्ति भी ऐसे बाथरूम में जाकर बीमार पड़ जाता है और यहाँ कोरोना संक्रमितों को ऐसा बाथरूम इस्तेमाल करना पड़ रहा है जबकि इन मरीज़ो की देखभाल और ज़्यादा सावधानी बरतते हुए होनी चाहिए।
सख्त और जली रोटियां खाने को मजबूर कोरोना मरीज
कुछ दिन पहले भी सुशीला तिवारी के मरीजो और कर्मचारियों ने खाने की व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए थे कि खाने में जली और मोटी रोटियां परोसी जाती है पीने के लिए ठंडा पानी दिया जा रहा उसके बाद भी प्रशासन ने कोई संज्ञान नही लिया।
कोरोना मरीज के बेड के सामने कूड़े का ढेर
सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती एक कोरोना मरीज ने आवाज़24x7 से बात कर बताया कि बाथरूम की हालत बद से बद्तर है बाथरूम में नहाने के लिए बाल्टी तक नही है बाल्टी मांगने पर अस्पताल द्वारा कहा जा रहा है कि नल के नीचे खड़े होकर ही नहा लीजिये।
वहीं कोरोना मरीजो के लिए गर्म पानी अति आवश्यक है ये जानते हुए भी उन्हें गर्म पानी नही दिया जा रहा है ,इसके अलावा पिछले 6 दिन से सुशीला तिवारी में भर्ती कोरोना मरीजो को कोई इंजेक्शन, कोई दवाई नही दी जा रही है मल्टी विटामिन के नाम पर बस एक गोली हर रोज़ दी जा रही है ,नाम गुप्त रखने की शर्त पर एक मरीज ने ये तक कहा है कि हमे कोरोना है ही नही ज़बरदस्ती हमे यहाँ अपनी खानापूर्ति करने के लिए रखा हुआ है अगर कोरोना होता तो अब कोई न कोई लक्षण ज़रूर सामने आता अस्पताल वाले नेगेटिव को ही भर्ती करके अपना रिकवरी रेट बढ़ा रहे हैं उल्टा हमे यहां रहकर वायरस के संक्रमण का खतरा लग रहा है।
इस मामले में एक समाचार पत्र से जिला प्रशासन की बात हुई तो जिला प्रशासन ने नोडल अधिकारियों को अस्पताल भेजकर व्यवस्थाओं का जायजा लेने की बात कही है वही कुमाऊँ आयुक्त ने कहा कि हमे तो लग रहा था कि सुशीला तिवारी में बेहतर व्यवस्था है अगर ऐसी बदतमीजी है तो इसका संज्ञान लिया जाएगा और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा ।