देहरादून का पानी पीने लायक नहीं।

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का पानी पीने लायक नहीं है, जी हां यह हम नहीं कह रहे बल्कि भारतीय मानक ब्यूरो की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है, शनिवार को केन्द्रीय उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवान द्वारा यह रिपोर्ट जारी की गई। मानक ब्यूरो की टीम ने दो और तीन अक्टूबर को देहरादून के राजपुर रोड़, आईएसबीटी, नेहरू कॉलोनी, रायपुर रोड़, घंटाघर, पटेलनगर, निरंजनपुर, हरिद्वार बईपास आदि स्थानों से पेयजल के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे थे।मानक ब्यूरो ने अलग अलग जगहों से लिए गए पानी के सैंपल की जांच स्वतंत्र लैब से करायी थी।ब्यूरो की जांच में सभी दस जगह के सैंपल फेल हो गए हैं। देहरादून के कई स्थानों से लगातार गंदा पानी आने की शिकायतें भी मिलती रही है कई स्थानों पर पाइपलाइन में लीकेज कारण भी घरों में गंदा पानी आने की शिकायतें मिलती रही हैं। यह राजधानी देहरादून की स्थिति है, जहां दिलाराम वाटर वर्क्स में वाटर टैक्नोलॉजी इनिशियटिव प्रोग्राम के तहत राज्य स्तरीय वाटर क्वालिटी एनालिसिस लैब बनाई गई है। जिसमें हर माह पानी के सौ से अधिक सैंपल जांचे जा रहे हैं। हालांकि जल संस्थान का दावा है कि सप्लाई के दौरान रैंडमली लिए गए पानी के सैंपल में आज तक उनका कोई सैंपल फेल नहीं आया है। प्रदेश के अन्य जिलों से भी गंदे पानी की शिकायतें मिलती रही हैं, लेकिन जल संस्थान कभी भी इन शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेता है, रामनगर के पीरूमदारा क्षेत्र में लंबे समय पाइप लाइन में गंदा पानी आने से ग्रामीण परेशान हैं, जल संस्थान की तरफ से जल्द कोई कार्रवाई न किए जाने पर ग्रामीण उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दे चुके हैं।