दून अस्पताल में सुविधाएं महज दिखावा

भले ही राजधानी देहरादून के दून अस्पताल को सरकार ने गरीब मरीजों के लिए बनाया हो लेकिन आये दिन मरीजों को हो रही दिक्कतो से सरकार और अस्पताल प्रशासन मूक दर्शक बना है।जिससे मरीजों को दिक्कते हो रही है। राजधानी देहरादून का एक मात्र दून मेडिकल काॅलेज अक्सर सुर्खियों में बना रहता है, लेकिन इसको चलाने वाले आकाओं को इतना भी नही पता कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को इलाज नही मिल रहा है और न ही दवा, जिससे कि मरीज काफी परेशान है आपको बता दें कि पिछले कई महीनों से दून अस्पताल में रैबीज के इंजेक्शन नही मिल रहे है जिसे मरीजों को बाहर से लाना पड़ रहा है वहीं अस्पताल में पंहुच रहे मरीजों की माने तो सरकार की तरफ से उन्हें अस्पताल में कोई भी सुविधाएं नही जिल रही है। वही अगर बात अस्पताल को चलाने वाले डाक्टर सीएमएस के के टम्टा की करे तो वो भी अपना पल्ला झाड़ते दिखे। के के टम्टा की माने तो जिस दवा कंम्पनी से उन्होंने पहले टेन्डर किए थे, उस दवा कंम्पनी ने अपने रेटों मे बढ़ोत्तरी की है जिससे कि अस्पताल में पिछले कई समय से रैबीज के इंजेक्शन नही मिल रहे है जिसके लिऐ वो नए टेंडर भी करवा चुके है और शासन को भी बता चुके है हालांकि के के टम्टा अस्पताल में आनेवाले मरीजो को सलाह दे रहे है कि मरीजों को आपस में पैसे इक्ठ्ठा करने चाहिए और रैबीज का इंजेक्शन मंगवाना चाहिए।