त्रिवेन्द्र सरकार ने दिये बनफूलपुरा में कर्फ़्यू लगाने का आदेश ।

हल्द्वानी
के बनफूलपुरा इलाके के बंजारान मस्जिद में उलमा से स्वास्थ्य जांच करने की अपील करने
गए स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के खिलाफ रविवार दोपहर में आस पास के लोग जो पहले से ही होम
क्वारंटीन थे लॉक डाउन का उल्लंघन कर सड़कों पर उतर आए, और देखते ही
देखते सैकड़ों की भीड़ जमा हो गयी और इस भीड़
ने लाईन नंबर 8 में पहले तो विरोध प्रदर्शन किया और बाद में धार्मिक नारे भी लगाए ।
और भीड़ द्वारा पुलिस पर आरोप भी लगाए की किसी साजिश के चलते पुलिस उलमा को शहर से बाहर
ले जाना चाहते है और उन्होने एक दारोगा पर बद्दतमीजी का आरोप भी गढ़ दिया । करीब 2 घंटे
तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा , सैकड़ों की संख्या को देखकर पुलिस
टीम में खलबली मच गयी एसएसपी सुनील कुमार मीणा के निर्देश पर तत्काल बड़ी संख्या में
पुलिस बल और पीएसी मौके पर पहुँच गए पुलिस अधिकारियों और उलमा के साझा प्रयासों से
उग्र भीड़ को समझा कर शांत कराया गया ।
मामले
की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने आज 13 अप्रैल को हल्द्वानी
के बनफूलपुरा इलाके में कर्फ़्यू लगाने का आदेश दे दिया है त्रिवेन्द्र रावत ने इस संबंध
में मुख्य सचिव और सचिव गृह को निर्देश दे दिये है ।
गौरतलब
है कि बनफूलपुरा इलाका मुस्लिम बाहुल्य है और इसी इलाके के आस पास मरकज से लौटे जामतियों
के कारण करीब 7 कोरोना संक्रमित मिल चुके है इसीलिए इस पूरे इलाके को प्रशासन ने होम
क्वारंटीन किया है । आवाज़ उत्तराखंड ने रविवार 12 अप्रैल को एक खबर की थी जिसमें इसी
क्षेत्र से एक युवक चोरी छिपे नैनीताल पहुंचा और जब पुलिस ने पूछताछ की तो वह इसी बनफूलपुरा
इलाके का निकला पुलिस ने तत्काल बी डी पांडे अस्पताल पहुंचाया जहां डॉ दुगताल ने कोरोना
संदिग्ध बताते हुए सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज क्वारटीन करने भेज दिया था ।
हल्द्वानी
जो कुमाऊँ का सबसे बड़ी आबादी वाला शहर है और लॉक डाउन के चलते जहां पूरे उत्तराखंड
वासी इसका पालन कर रहे है वही दूसरी तरफ पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य
विभाग पूरी मुस्तैदी से बिना अपनी जान की परवाह किए बिना 24 घंटे कार्य कर रहे है ऐसे
में सैकड़ों लोगो का इकट्ठा हो जाना ,धार्मिक नारे बाजी करना ,और प्रशासन के आदेश का उलंघन करना किसी भी तरह से एक जिम्मेदार नागरिक कि भूमिका
तो नहीं है अच्छा रहता ऐसे लोग जो जामतियों के संपर्क में आए है या जो अभी भी छुपे
बैठे है सामने आकार इंसानियत का परिचय दे ताकि मानवता को बचाया जा सके ।