टिकटाॅक के दीवानों खुश हो जाओ।टिकटाॅक पर लगा बैन हटा।

रूक क्यों गये?टिकटाॅक पर  बनाओ वीडियो।अरे आपके शौक पर कोई आंच नही आयी है।टिकटाॅक पर लगा बैन हटा दिया गया है।जी हां मद्रास हाईकोर्ट ने फाइनली टिकटाॅक को ग्रीन सिग्नल दे कर उन लोगों की जान में जान डाल दी जो घर बैठे ही रोलिंग कैमरा एक्शन के बिना ही स्टार बन गये थे। अरे एक मिनट पूरी खबर तो सुनो।

कोर्ट ने बैन हटा जरूर दिया है, पर अब ज़रा ध्यान से टिकटाॅक बनाना, क्योंकि बैन हटाने के बाद कोर्ट ने टिकटाॅक को सख्त वाॅर्निंग दी है, कि किसी भी तरह की अश्लील या ऑब्सीन कन्टेन्ट इस ऐप के जरिये ना परोसी जाये।समझे!ओफ्फफफो... अरे भई मतलब आप वीडियों बनाओ पर कपड़े ढंग के पहनो,कोई गलत हरकत नहीं होनी चाहिये ना ही वीडियो में कुछ भढ़काऊ हो।कोर्ट की इस चेतावनी के बाद टिकटाॅक ने कोर्ट को यकीन दिलाया कि ऐप के पास ऐसी तकनीक है जो टिकटाॅक यूजर्स को इस तरह के कन्टेन्ट अपलोड करने ही नहीं देगा।

 महज दो सालों के अंदर टीकटाॅक पूरी दुनिया में इतनी ज्यादा फेमस हो गयी कि सबसे ज्यादा यूजर्स टिकटाॅक के अमेरिका में हो गये।पर भारत एक संस्कृति प्रधान देश है और इस ऐप के जरिये बनाई गयी  कुछ वीडियों में भरपूर अश्लीलता दिखाई जाने लगी थी जिस पर भारत मे आपत्ति दर्ज की गयी थी और मामला कोर्ट जा पहुंचा था। 

इस पर मद्रास हाईकोर्ट ने एक्शन लेते हुये केंद्र सरकार को निर्देश दिये थे कि वीडियो बनाने वाली एप टिकटाॅक पर बैन लगाये साथ ही मीडिया को भी निर्देश दिये थे कि  टिकटाॅक पर बनी वीडियो को प्रसारित ना करे।कोर्ट का कहना था कि टिकटाॅक के माध्यम से अश्लिल सामग्री परोसी जा रही है जो बच्चों के बेहद नुकसानदायक है।कोर्ट का ये निर्देश तमिलनाडु के सूचना और प्रसारण मंत्री एम मणिकंदन के बयान के दो महीने बाद आया है ,बयान के मुताबिक मणिकंदन ने तमिलनाडु की सरकार से टिकटाॅक ऐप को बैन करवाने के लिये केंद्र सरकार से बात करने को कहा था।उन्होंने कहा था कि इस ऐप से बच्चे गुमराह हो रहे हैं।कोर्ट ने ब्लू व्हेल जैसे चैलेंजिग गेम का भी जिक्र करते हुये कहा कि इस गेम से कई युवाओं की जान चली गयी इस तरह के वीडियो और गेम से साइबर क्राइम और आर्थिक अपराध बढ़ रहे हैं कोर्ट ने ये भी कहा कि अमेरिका की तर्ज पर भारत में भी चिल्ड्रन्स ऑनलाइन प्राइवेसी प्रोटेक्शन एक्ट के जरिये बच्चो को साइबर क्राइम से बचाया जा सकता है।ऐसे कानून की भारत को भी जरुरत है।टिकटाॅक पर लोग वीडियो से निर्मम मजाक कर रहे हैं, ऐसे वीडियो पर बैन लगना चाहिये।

कोर्ट ने सरकार से पूछा था कि सरकार कानून कब बनायेगी?साथ ही कोर्ट ने ये भी कहा था ,कि इस ऐप पर अनुचित कंटेंट,पोनोग्राफी,भद्दी भाषा को पोष्ट किया जा रहा है।

पर अब टिकटाॅक की तरफ से कोर्ट  को भरोसा दिलाया गया है ,कि ऐप अश्लील कंटेन्ट वाली वीडियों को अपलोड ही नहीं होने देगी।

आपको जानकर हैरानी होगी कि इस ऐप पर बैन लगने के बाद कम्पनी को हर रोज पांच लाख डाॅलर, लगभग 3.5 करोड़ रूपये का नुकसान उठाना पड़ रहा था।भारत में तीन करोड़ लोगों ने इस ऐप को डाउनलोड किया था।जबकि पूरी दुनिया में एक अरब से भी ज्यादा यूजर्स इस ऐप को यूज करते हैं। टिकटाॅक बैन हो जाने के चलते भारत में करीब 250 कर्मचारियों की नौकरी खतरे में आ गयी थी पर अब ग्रीन सिग्नल मिल चुका है।