जल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों को बजट रहते भी जल संकट से निजात नहीं दिला पाया जल निगम

पौड़ी में एक तरफ जहां पेयजल हाहाकार से जनता हर दिन बूंद बूंद पानी को तरस रही है, और जिम्मेदार विभाग पर पेयजल आपूर्ति की उम्मीद लगाये बैठी है|तो वहीँ दूसरी तरफ जिम्मेदार विभाग जल निगम पर्याप्त बजट रहते हुए भी पेयजल समस्या से जनता को निजात दिलाने में नाकाम सिद्ध हुवा है| दरअसल पिछले वर्ष ही जिला योजना बजट के तहत जलनिगम को 4 करोड़ रुपये का बजट पेयजल समस्याओं को सुलझाने और लम्बित योजनाओं समेत नई योजनाओं पर कार्य करने के लिए सरकार ने आवंटित किया गया था| इस बजट को भी विभाग पिछले वर्ष तक नाकाफी बताते हुए अतरिक्त बजट की मांग कर रहा था| लेकिन अब जब जिला योजना की बैठक कल आयोजित होने जा रही है, तो इससे पहले सभी अधिकारियों के साथ बैठक में जिलाधिकारी के संज्ञान में जल निगम के पूरा बजट न खर्च कर पाने की रिपोर्ट सामने आई है जिस पर जल निगम पूरा बजट खर्च करने में फिस्सडी साबित हुवा है और अब भी विभाग के पास लगभग 50 लाख तक का बजट बचा हुवा है| जो की योजनाओं पर खर्च ही नहीं किया गया| ऐसे में पेयजल निगम की कार्यप्रणाली भी पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं|हालांकि जिलाधिकारी ने बताया की इस बजट को खर्च करने के लिए विभाग को जून जुलाई माह तक का अतरिक्त समय दिया जायेगा| जबकि कल जिला प्रभारी मंत्री व प्रदेश के कृषि मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली बैठक से पहले पेयजल निगम बजट खर्च करने में कितना आलस दिखा रहा है इसकी पोल खुल कर रह गई है| जिलाधिकारी ने बताया की विभाग को बजट समय पर खर्च न कर पाने को लेकर फटकार भी लगाई गई है, जबकि अन्य विभाग आवंटित बजट को पूरा खर्च कर चुके हैं और कल प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली बैठक के लिए इस बार सभी विभागों से जिला योजना के बजट प्रस्ताव मांग कर 72 करोड़ 60 लाख का आउटलेट बनाया गया है| जिसे कल जिला योजना की बैठक पर प्रभारी मंत्री के समक्ष रखा जायेगा।