बीजेपी सरकार है भाई चोर चोर मौसरे भाई

उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार को दो साल पूरे हो चुके हैं। क्या इन दो सालों में प्रदेश से भ्रष्टाचार कम हो पाया है ? क्या मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जीरो टाॅलरेंस नीति ने धरातल पर इन दो सालो में काम किया ?ये सारे सवाल तो उठेंगे ही क्योंकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जीरो टाॅलरेंस को लेकर कई दावे करते आये हैं लेकिन उन्हीं की नाक के नीचे उनके ही विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाते हैं,हम आपको एक ऐसे ही मामले से रुबरु कराते हैं जिसमें बीजेपी सरकार के विधायक खुले आम भ्रष्टाचार कर रहे हैं। 

मामला घनसाली विधानसभा क्षेत्र का है जहां विधायक निधि के नाम पर बड़ा खेल चल रहा है । घनसाली विधानसभा क्षेत्र में विकास के लिए जो विधायक निधि आती है उस पर बंदरबाट का बड़ा खेल उजागर हुआ है। और यह खुलासा खुद ग्राम विकास अधिकारी अरविंद गोस्वामी ने किया है।ग्राम विकास अधिकारी अरविंद गोस्वामी का एक ऑडियो सामने आया है जिसमें सड़क खुदाई को लेकर आयी विधायक निधि में विधायक जी को 20 प्रतिशत कमीशन देने की बात सामने आ रही है। 

ग्रामीण गोपाल सिंह पंवार के अनुसार उन्होंने जब अपने गाँव के लिए विधायक निधि से स्वीकृत महिला मिलन केंद्र के बारे में ग्राम विकास अधिकारी से जानकारी फोन के जरिये जाननी चाही तो उन्होंने उन्हें हैरान कर देने वाली बात बताई की उक्त कार्य के लिए 90 हज़ार रुपये ग्राम प्रधान को काफी समय पहले दे दिए गए है। गांव में हालांकि उक्त कार्य के लिए कोई कवायद शुरू नही हुई है और इसी बीच ग्रामीणों को पता लगा कि उक्त 90 हज़ार की रकम से 20 % कमीशन काट कर 72 हज़ार रुपये ही प्रधान को दिए गए है।कांगड़ा गांव के युवक गोपाल सिंह पंवार ने उक्त बात के बारे में जानना चाहा कि आखिर वह 18 हज़ार कहाँ गए तो उन्हें ग्राम विकास अधिकारी अरविंद गोस्वामी द्वारा पता चला कि वह पैसे कमीशन के लिए काट दिए गए हैं  जो विधायक जी को जाते हैं और वह पैसा ब्लॉक में सबको बंटता है। ऐसे मे अब सवाल ये उठता है कि क्या अभी तक विधायक निधि बटी धनराशी में यही खेल चल रहा है? क्या अब जीरो टाॅलरेंस की नीति पर चलने वाली सरकार के विधायक इस तरह कमीशन खा कर क्षेत्र का विकास करेगें?

जब इस मामले को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से बात की गयी तो उनका कहना है कि" मामला मेरे संज्ञान में आया है हम ऑडियो की जांच करा रहे हैं अगर जांच में कोई दोषी पाया जाता है तो हम उस पर कार्यवाही करेंगें"। लेकिन सवाल ये उठता है कि विधायक पर अब तक कोई कार्यवाही क्यूं नहीं हुयी ?क्या सिर्फ जांच के नाम पर बीजेपी सरकार जनता को धोखा दे रही है?क्या यही त्रिवेंद्र रावत सरकार की जीरो टाॅलरेंस की सरकार है?सरकारी पैसों की बंदरबाट विधायक नीधि के नाम पर क्या खूब की जा रही है  ! सरकार भी आपकी, विधायक भी आपके और डबल स्पीड में हो रहे घोटाले भी आपके।

आवाज़ 24×7 उत्तराखंड इस तरह के कई मुद्दे उठा चुका है लेकिन अफ़सोस किसी भी तरह की कोई  कार्यवाही सरकार ने अब तक नहीं की है और इस तरह की सरकार में अगर जनता का विश्वास है तो कोई क्या कर सकता है आँखिर पसंद तो जनता की ही है।