गोबर से लिपी हुई लक्जरी कार आपने पहले कभी नहीं देखी होगी।

भारत जैसे देश में जहां गाय को मां मानते हैं, वहीं गाय के गोबर को भी बहुत पवित्र माना जाता है।गोबर वातावरण को शुद्ध करने का देसी तरीका माना जाता है।पहले के लोग गोबर से अपने घरों में लिपाई पुताई किया करते थे,उनका मानना था कि गोबर की लिपाई से किटाणु भी खत्म हो जाते हैं और घरों में ठंडक भी बनी रहती है। तब प्राकृतिक रूप से गर्मी से राहत पाने का अचूक तरीका गोबर माना जाता था।इस वक्त तराई क्षेत्रों में गर्मी से सभी का बुरा हाल है। 



मुंबई की सेजल शाह ने भी गर्मी से निजात पाने का अनोखा तरीका गोबर की कोटिंग को अपना कर सोशल मीडिया में हलचल मचा दी है।लोग तरह तरह के कमेंट भी कर रहे हैं।दरअसल सेजल ने अपनी लक्जरी कार कोरोला अल्टिस जिसकी कीमत बाजार में तकरीबन 16.45 लाख रूपये तक है, को गोबर के लेप से पूरी तरह ढक दिया, जिससे उन्हे जला देनी वाली गर्मी में एसी का एहसास हो।जी हां ये सच है ! सेजल के एक मित्र ने फेसबुक पर उनकी लक्जरी कार की तस्वीर शेयर की है जिसमें उन्होने लिखा है कि "मैंने गाय के गोबर का सबसे अच्छा इस्तेमाल आजतक यही देखा है। सेजल ने अपनी कार को 45 डिग्री के तापमान से बचाने के लिये गाय के गोबर का लेप लगाया है।" इस पोस्ट पर तमाम लोगों की मिली जुली प्रतिक्रियायें आ रही है।कोई गोबर के लेप का सही तरीका पूछ रहा है, तो कोई कितनी बार कोटिंग करनी है जानने का इच्छुक है।एक ने तो गोबर की बदबू से कार की मालकिन बेहोश नहीं हुई तक लिख डाला। गोबर के लेप से आप गर्मी को काफी हद तक कम कर सकते हैं।आज भी पहाड़ों के कई घरों में गोबर की लिपाई की जाती है ,जो कीटनाशक होने के साथ साथ गर्मी से भी निजात दिलाता है।

आपको बता दें कि गाय के गोबर से बनने वाली गैस पर केवल भारत ही नही बल्कि अमेरिका भी रिसर्च कर रहा है।आस्ट्रेलिया की टीम क्लीमा नामक वैज्ञानिक दल ने दावा किया है कि गोबर से बनने वाली मिथेन गैस से जहाज के ईधन के तौर पर इस्तेमाल कर के जहाज उड़ाया जा सकता है।2005/6 में भारत में एक शोध के जरिये गोबर गैस प्लांट से निकलने वाली गैसों में से मिथेन गैस को अलग कर सिलेंडरों में भरने के लिये सीबीजी प्लांट का अविष्कार किया गया था जिससे बिजली उत्पन्न करने का सफल प्रयोग किया था।