गूगल भी मना रहा है "लीप ईयर",और "लीप ईयर" भी मना रहा है आज अपना जन्मदिन।

आज लीप डे है यानी इस साल फरवरी में 28 नही 29 दिन आये हैं,ऐसा हर चार साल बाद होता है, इसलिए आज लीप डे और ये साल लीप ईयर है।गूगल भी आज डूडल के ज़रिए लीप डे मना रहा है।क्या आपको पता है कि फरवरी के महीने में हर चार साल बाद 29 दिन क्यों होते हैं।पृथ्वी को सूर्य का एक पूरा चक्कर काटने में 365 दिन लग जाते है ये तो सभी को पता है,पर 365 दिन के साथ 6 घण्टे भी लगते हैं यानी 365 दिन 6 घण्टे में पृथ्वी अपना एक चक्कर सूर्य के चारों ओर लगाती है।अब ये 6 घंटे चार साल में जुड़कर 24 घण्टे बनाते हैं 6x4= 24,इसलिए हर चार साल बाद जब ये 6 घण्टे जुड़कर 24 घण्टे बनते है तो उस दिन को लीप डे कहा जाता है।और फरवरी में ये एक दिन एक्स्ट्रा जोड़ने का कारण ये है कि साल के बाकी महीनों में 30 या 31 दिन होते हैं सिर्फ फरवरी ही काम दिनों यानी 28 दिन की थी इसी महीने में एक दिन और जोड़ा जा सकता था ।

जो लीप ईयर में पैदा होते हैं उन बच्चों को लीपलिंग्स या लीपर्स भी कहा जाता है,1461 में से एक बच्चे के लीप ईयर में पैदा होने की संभावना होती है,वास्तुशास्त्र के अनुसार जो लोग लीप ईयर में (29  फरवरी) को पैदा होते हैं वो असामान्य प्रतिभा के धनी,पढ़ने लिखने में बहुत तेज़ होते हैं।भारत मे मोरार जी देसाई भी लीपर्स थे,एक जोड़े ने तो लीप ईयर के दिन पैदा हुए अपने बच्चे का नाम लीप ईयर बोसयुं ही रख दिया।आज लीप ईयर 64 साल के हो चुके हैं ,बंगाल के हावड़ा में पैदा हुए लीप को पूरे इलाके में लीप दादा कहकर बुलाते हैं।उनको ये नाम उनके फैमिली डॉक्टर ने दिया था जब लीप 29 फरवरी को पैदा हुए तब नाम सुझाने के लिए उनके डॉक्टर ने ही लीप ईयर नाम बताया और बस फिर उनका यही नाम पड़ गया।