गंगा दशहरा पर आस्था की डुबकी लगाने उमड़ पड़ी श्रद्धालुओं की भीड़।

आज गंगा दशहरा का स्नान पर्व है, इस मौके पर हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए भारी भीङ उमङ रही है। माना जाता है कि गंगा आज के दिन ही धरती पर आई थी और भागीरथ के पुरखों का उद्धार किया था। इसीलिए हरकी पौङी में आज के दिन ब्रह्मकुंङ में स्नान का विशेष महत्व माना जाता है, गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान करने और दान आदि करने का बहुत महत्व माना जाता है कहा जाता है कि गंगा दशहरा के दिन जप तप और गंगा स्नान करने से मनुष्य को 10 तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। ज्योतिषाचार्य मिश्रपूरी ने बताया कि मान्यता है कि राजा सगर के पुत्रों के उद्धार करने के लिए राजा भागीरथ हजारों साल तपस्या करके गंगा को स्वर्ग लोक से धरती पर लाये थे आज के दिन ही भागीरथ के प्रयास से गंगा शिव की जटाओं से होती हुई जब धरती पर आई तो आज के दिन ही वह ब्रह्मकुंङ पर पहुंची थी और भगीरथ के पुरखों का उद्धार किया था। इसीलिए माना जाता है कि गंगा जब धरती पर अवतरित हुई तब 10 तरह के ग्रह योग मौजूद थे। इसी लिए गंगा दशहरा को दस तरह के पापों को दूर करने वाला भी माना जाता है।
वहीं श्रद्धालु भी पूरी आस्था के साथ आज हरिद्वार में स्नान कर रहे हैं, आधी रात के बाद से ही यहाँ पर स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीङ जुटनी शुरू हो गई थी श्रद्धालु हरकी पौङी पर ब्रह्मकुंङ में आस्था की ङुबकियां लगा रहे है श्रद्धालुओं का कहना है आज मां गंगा का अवतरण दिवस है और माना जाता है कि आज के दिन गंगा स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है इसलिए हम हरिद्वार हर की पौड़ी पर मां गंगा में स्नान करने आए हैं हमने मां गंगा में स्नान कर पूजा अर्चना की है और मां गंगा से आशीर्वाद मांगा है कि हमारे सारे कष्ट दूर हो।
गंगा दशहरा स्नान को लेकर पुलिस ने भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हुए हैं, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी का कहना है कि हमारे द्वारा हरकी पौड़ी क्षेत्र में और आसपास के घाट पर पुलिस बल तैनात है। और ट्रैफिक सुबह के मुकाबले बढ़ गया है, इसलिए रूट डायवर्जन भी किया गया है। आने वाले श्रद्धालुओं की गाड़ियों की बैरागी कैंप और पंक्ति दीप पार्किंग में व्यवस्था की गई है। पूरे मेला क्षेत्र को 6 सुपर जोन 13 ज़ोन और 38 सेक्टर में विभाजित किया गया है एसएसपी का कहना है कि दिन चढ़ने के साथ श्रद्धालुओं की संख्या में और इजाफ़ा होगा। भीड़ लगतार बढ रही है और देर शाम तक श्रद्धालुओं के गंगा स्नाान करने का सिलसिला इसी तरह से जारी रहेगा।