क्या कोरोना वायरस जैसी चुनौती से निपटने को तैयार है कार्बेट पार्क प्रशासन ?

चीन से शुरु हुआ कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया के लिए खौफ बन चुका है, चीन के बाद अब यह दुनिया के अन्य देशों में भी फैल चुका है। भारत में भी कोरोना वायरस से संक्रमित लोग पाए गए हैं, जिनमें कुछ भारतीय तो कुछ विदेशी नागरिक हैं। भारत सरकार ने कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया है।


भारत सरकार के अलर्ट को देखते हुए उत्तराखण्ड में भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है, विदेश से आने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है, और स्कैनिंग की जा रही है। उत्तराखण्ड़ स्वास्थ्य विभाग के लिए प्रदेश में विदेश से आ रहे व्यक्ति की जांच व निगरानी करना एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि उत्तराखण्ड़ में अनेकों ऐसे पर्यटक स्थल हैं, जहां देश ही नहीं विदेश से भी अनेकों पर्यटक घूमने आते हैं। इसे देखते हुए प्रमुख एयरपोर्टों पर भी अलर्ट जारी किया गया है।


विश्व प्रसिद्ध कार्बेट नेशनल पार्क हमेशा पर्यटकों की पहली पसंद रहा है, जहां देश ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटकों की भी अच्छी खासी संख्या देखी जाती है। बीते दो माह में भी यहां 600 से अधिक विदेशी पर्यटक पहुंचे हैं। जनवरी में 450 तो वहीं फरवरी में भी लगभग 200 विदेशी पर्यटकों ने कार्बेट पार्क की सैर की। कोरोना वायरस के कारण अब पार्क प्रशासन के लिए भी एक और चुनौती बढ़ गई है।

मास्क पहनकर काम करती कार्बेट कर्मचारी


कार्बेट प्रशासन ने भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरी तैयारी की है, अलर्ट को देखते हुए जहां कार्बेट के कर्मचारी भी मास्क पहन कर काम कर रहे हैं। कार्बेट पार्क के उपनिदेशक चन्द्रशेखर जोशी ने बताया कि पार्क के रेंज अधिकारी व स्टाफ के साथ बैठक कर जागरुकता के साथ ही अलर्ट रहने को भी कहा गया है। कर्मचारियों को मास्क व सेनिटाइजर लगाकर आने की सलाह दी गई है। पर्यटकों की जांच के लिए पार्क के सभी जोन के प्रमुख गेट पर जांच उपकरणों के साथ कर्मचारियों की तैनाती की गई है। किसी भी पर्यटक के संदिग्ध पाए जाने पर उसे जांच के लिए संयुक्त चिकित्सालय रामनगर भेजा जाएगा। रामनगर संयुक्त चिकित्सालय को भी पत्र लिखकर चिकित्सालय में आईसुलेशन वार्ड तैयार करने व विदेशी पर्यटकों की स्कैनिंग के लिए टीम गठित करने का आग्रह किया गया है।