कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेनसिंग कितनी ज़रूरी है सीखिए उत्तराखंड पुलिस से।

कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए डिस्टेनसिंग यानी दूरी बना कर रखना कितना ज़्यादा महत्वपूर्ण है इस बात की मिसाल लॉक डाउन में अपनी ड्यूटी निभा रहे देहरादून के लक्ष्मण चौक पर तैनात एसआई लोकेंद्र बहुगुणा ने दी।लॉक डाउन के 6 दिन बाद जब पहली बार वो अपने घर अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने गए तब उन्होंने डिस्टेनसिंग को हर तरह से बनाये रखा,10 फिट की दूरी पर लोकेंद्र घर के बाहर ही खड़े रहे,उनके मासूम बच्चे अपने पिता को देखकर झट दौड़ पड़े पर लोकेंद्र ने इस बात का ख्याल रखा कि वो अपने परिवार के नजदीक ना जाये क्योंकि लॉक डाउन के दौरान वो हज़ारो लोगो के सम्पर्क में आये होंगे,और ऐसे में कोरोना संक्रमण की संभावना हो सकती है,ये सोचकर ही वो बाहर आंगन में ही बैठ गए।कुछ देर अपने परिवार से बातचीत करने के बाद उन्होंने खाना भी खाया जिसे उनकी पत्नी ने दूर से ही उन्हें दिया।थोड़ी देर बाद वो अपने परिवार से अपने कर्तव्य का पालन करने के लिए जुदा हो गए।



ज़रा सोचिए लोकेन्द्र की पत्नी और बच्चों ने अपना मन मार कर लोकेंद्र से गले तक नही लग पाए,उस वक्त उनके मन की स्थिति क्या रही होगी।उत्तराखंड पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर लोकेंद्र की सेल्फ डिस्टेनसिंग की फ़ोटो शेयर करते हुए लिखा है कि 'ड्यूटी से आने के बाद हम अकेले कमरे में आइसोलेट होकर या बाहर आंगन में बैठकर भोजन कर रहे हैं ताकि यदि बाहर से संक्रमण है तो वो परिवार तक ना पहुंचे ,आपकी सुरक्षा में लगे हमारे जवान सोशल डिस्टेंस को अपना सकते हैं तो आप क्यों नही।

लोकेंद्र द्वारा अपने परिवार से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए दूरी बनाए रखना हम सबको सिखाता है कि जान है तो जहान है अपना और अपने परिवार का ध्यान रखना आपके अपने ही हाथों में है।