कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला जोन में रात्रि विश्राम हुआ बन्द, सुबह शाम की पाली में सैलानी करेगे जंगल का भ्रमण

रामनगर - कॉर्बेट प्रशासन ने इन दिनों कई अहम् फैसले लिए है | जिसमे से सबसे महत्वपुर्ण जो लिया गया है कॉर्बेट पार्क के ढिकाला में रात्रि विश्राम की सुविधा हमेशा के लिए बंद कर दी गयी है | कॉर्बेट नेशनल पार्क में अब सैलानी रात्रि विश्राम की सुविधा का आनंद उठाने से हमेशा के लिए महरूम हो जायेंगे | क्योंकि कॉर्बेट प्रशासन ने ढिकाला जोन में रात्रि विश्राम को हमेशा हमेशा के लिए बंद करने का फैसला लिया है | कॉर्बेट पार्क का दिल कहे जाने वाले ढिकाला जोन में अब सुबह शाम की पाली में ही सैलानी जंगल भ्रमण का आनन्द उठा सकेंगे | ढिकाला में रात्रि विश्राम को बंद करने का मकसद यह है कि ढिकाला में रात्रि विश्राम पार्क के कोर जोन में होता है | किसी भी कोर एरिया में रात्रि विश्राम की अनुमति नहीं है | हालाँकि रात्रि विश्राम के बंद होने से पार्क के राजस्व में कमी आएगी उसकी भर पायी करने के लिए विभाग ने उत्तराखण्ड चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को यह प्रस्ताव भी भेजा है कि ढिकाला में फुल डे सफारी सैलानियों को कराई जा सकती है | और फुल डेसफारी का चार्ज हाफ डे सफारी से अधिक किया जा सकता है | साथ ही ढिकाला जोन को 15 जून की बजाये 20 जून को बंद किया जाये तथा इसे पुनः खोलने के लिए 15 नवम्बर की जगह 1 नवम्बर को पर्यटन के लिए खोल दिया जाये | जिससे रात्रि विश्राम की रोक से होने वाले राजस्व की हानि को पूरा किया जा सके |इसके अलावा पर्यटकों को कॉर्बेट घूमने में जो समस्या आती थी उनको दूर करने के लिए ऑनलाइन बुकिंग के साथ जिप्सियों की भी ऑनलाइन बुकिंग होगी सैलानियों को बुकिंग के साथ साथ जिप्सी का नम्बर चालक का नाम मोबाइल नम्बर भी भेज दिया जायेगा | इसके साथ ही पर्यटकों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को रोकने के लिए फ़्लाइंग स्क्वायड का गठन किया गया है | कॉर्बेट प्रशासन ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइड में बदलाव किये है पर्यटकों की जो भी बुकिंग कैंसिल होगी उनका पूरा पैसा उन्हें वापिस किया जायेगा | जबकि पहले ऑनलाइन बुकिंग कैंसिल होने पर पर्यटकों को उनका पैसा वापिस नहीं किया जाता था | तो कॉर्बेट प्रशासन का मकसद इन सब के पीछे यह है कि किसी भी पर्यटकों को असुविधा का सामना न करना पड़े | आपको बता दे कि देश के किसी भी टाइगर रिज़र्व में रात्रि विश्राम की सुविधा उपलब्ध नहीं है सिर्फ कॉर्बेट में ही रात्रि विश्राम होता था |