केदारनाथ में जोर-शोर से भारी ठंड में भी पुनर्निर्माण कार्य जारी

आने वाले यात्राकाल में केदारनाथ धाम का नजारा बदला-बदला नजर आयेगा। इसके लिये केदारनाथ में जोर-शोर से भारी ठंड में भी पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं। सबसे पहले केदारनाथ मंदिर को जाने वाले रास्ते को पचास मीटर चैड़ा किया जा रहा है। जबकि मंदाकिनी और सरस्वती नदी के किनारे घाटों का निर्माण भी किया जा रहा है, जिससे तीर्थ यात्रियों को गंगा स्नान करने के साथ पित्रों को तर्पण में कोई दिक्कत न हो और मंदिर का नजारा दूर से ही तीर्थ यात्रियों को देखने के लिये मिल सके। केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर प्रशासन पैनी नजर रख रहा है। इसके लिये समय-समय पर रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश घिल्डियाल केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का केदारनाथ को संवारने का ड्रीम प्रोजेक्ट है। प्रधानमंत्री के निर्देशों के बाद ही केदारनाथ में कार्य चल रहे हैं। सबसे पहले केदारनाथ मंदिर से सरस्वती नदी तक लगभग आधा किमी पैदल मार्ग को पचास मीटर चैड़ा किया जा रहा है। पैदल मार्ग को चैड़ा करने से तीर्थ यात्रियों को बाबा केदार का मंदिर दूर से ही दिखाई देगा। इससे जहां तीर्थ यात्रियों में मंदिर में जाने को लेकर उत्सुकता होगी, वहीं उनकी थकान भी मिटेगी। इसके अलावा केदारनाथ में सरस्वती और मंदाकिनी नदी के किनारे घाटों का निर्माण भी किया जा रहा है। घाटों का निर्माण होने से तीर्थ यात्रियों को गंगा स्नान करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। साथ ही यात्री अपने पित्रों को भी सरलता से तर्पण दे सकेंगे। पूरे यात्राकाल में केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं। हालांकि केदारनाथ में भारी ठंड है, लेकिन पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं। लोक निर्माण विभाग, नेहरू पर्वता रोहण संस्थान, उत्तर प्रदेश निर्माण, सिंचाई विभाग आदि कार्यदायी संस्थाएं केदारनाथ में कार्य कर रही हैं।
केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर प्रशासन की पैनी नजर है। स्वयं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल पुनर्निर्माण कार्यों की मानेटरिंग कर रहे हैं। समय-समय पर जिलाधिकारी केदारनाथ पहुंचकर कार्यों का जायजा ले रहे हैं। केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने विभागों को समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं।