कार्बेट प्रशासन जानवरों को सुरक्षा देने में हो रहा है नाकाम साबित !

विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क में जंगली जानवरों की मौत की खबरें लगातार सामने आ रही हैं, राज्य सरकार एक तरफ कार्बेट नेशनल पार्क में दस गैंडे़ लाने की तैयारी में है तो वहीं पार्क में मौजूद हाथी,बाघ आदि जानवरों की मौत की घटना सामने आना कार्बेट प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।पार्क प्रशासन यदि पहले से मौजूद जानवरों को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रहा है, तो कैसे बाहर से लाए जाने वाले गैंड़ों को सुरक्षा दी जाएगी, जिनके लिए न सिर्फ सुरक्षा बल्कि यहां के वातावरण में भी उन्हें ढ़ालना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।जहां कुछ दिन पूर्व पर्यटक द्वारा घायल बाघ का वीडियो वायरल करने के बाद पार्क प्रशासन ने आनन-फानन में बाघ की तलाश शुरु की और बाघ का शव बरामद किया था तो वहीं आज पार्क के झिरना रेंज में एक मादा हथनी का शव बरामद होने के बाद पार्क प्रशासन में हड़कंप मच गया।विभाग के अधिकारी हाथी की मौत आपसी संघर्ष में होना बता रहे हैं। वहीं विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर कर्मचारियों ने हमलावर हाथी की खोजबीन के लिए गश्त भी शुरू कर दी है।कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की झिरना रेंज के रेंजर प्रशांत हिंदवान ने बताया कि शुक्रवार की सुबह रेंज के कर्मचारी गश्त कर रहे थे इसी बीच कर्मचारियों को धारा समाधि बीट के समीप स्थित स्रोत के पास एक मादा हाथी का शव बरामद हुआ जिसकी सूचना कर्मचारियों ने तत्काल अधिकारियों को दी उन्होंने बताया कि मृत हाथी व्यस्क है तथा उसकी मौत प्रथम दृष्टया नर हाथी से आपसी संघर्ष में होना प्रतीत हो रहा है।घटना की जानकारी पर पार्क निदेशक राहुल भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने हाथी की मौत के संबंध में कर्मचारियों से जानकारी ली।वहीं पशु चिकित्सक दुष्यंत द्वारा मृत हाथी के शव का पोस्टमार्टम करने की कार्रवाई के बाद कर्मचारियों द्वारा अधिकारियों की मौजूदगी में हाथी के शव को नष्ट करने की कार्रवाई की गई।