कहीं आपके नौनिहालों को आपसे छीन न ले ये सैल्फी

मोबाइल फोन में कैमरे की शुरुआत के बाद आमजन में फोटो खींचने का शौक बढ़ता चला गया, देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कई राजनेताओं व हस्तियों के साथ फोटो खींचवाते देखे जाते हैं, फोटो खिंचवाने व सैल्फी लेने का क्रेज सबसे अधिक युवाओं में देखा जा रहा है, जो अपने सहयोगी को रिझाने के लिए कई बार ऐसे स्थानों का चुनाव कर लेते हैं जो बेहद जोखिम भरे होते हैं, जिससे कई बार बड़ी दुर्घटनाएं घटित हो जाती हैं।इसका ताजा उदाहरण भीमताल के सुसाइड प्वाइंट पर देखने को मिल रहा है, जहां क्षेत्र के आस-पास के स्कूल व महाविद्यालयों में पढ़ने वाले युवा अपने साथी को रिझाने, सोशल साइट्स पर अपना स्टेट्स लगाने के चक्कर में इस जोखिम भरे स्थान पर जाकर सैल्फी ले रहे हैं, इस स्थान पर अब तक कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, स्थानीय प्रशासन ने यहां पर लोहे की बैरिकेड्स लगाकर लोगों को इस स्थान पर जाने से रोकने का प्रयास भी किया है, लेकिन प्रशासन की यह बैरिकेड्स छोटी व कम जगह पर होने के कारण स्कूली बच्चे इसे आसानी से पार कर इस स्थान पर पहुंच रहे हैं और सैल्फी ले रहे हैं, जो कि कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।प्रशासन को यहां बैरिकेड्स को बड़ा करने के साथ ही स्कूल कॉलेज की छुट्टी के दौरान निगरानी करने की भी जरूरत है, और स्कूल, कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों तक भी उनके बच्चों की जानकारी पहुंचाना जरूरी है जिससे कि अभिभावक बच्चों को इस तरह के स्थानों पर ना जाने की हिदायत दे सकें और किसी अनहोनी को टाला जा सके।भारत में पर्यटन विभाग द्वारा कुछ स्थानों को नो सेल्फी जोन घोषित किया है, लेकिन सैल्फी के क्रेज मेंं कुछ लोग फिर भी इन स्थानों पर पहुंच जााते हैं।