कछुवा चाल से बन रहे पुल की वजह से लोगों का जीवन हुआ दूभर

घनसाली विधानसभा के घनसाली चमियाला मोटर मार्ग पर श्रीकोट गदेरे में २८ मई २०१६ के आपदा से छतिग्रस्त पुल ठेकेदार और लोक निर्माण विभाग घनसाली के ढुल मूल रवैये और मिलीभगत के कारण स्थानीय लोगों और स्कूली बच्चों के लिए २ साल से मुसीबत का सबा बन गया है.
एक तरफ जहाँ लोग विकास की बाट जोह रहे थे वहीँ दूसरी तरफ विकास के नाम का लोलीपॉप
लोगों के आम जीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है.
स्थीन्य लोगों के माने तो रोजाना कई इस सड़क मार्ग से कई आला धिकारी गुजरते हैं , बालगंगा लाटा के तहसीलदार तो सुबह से शाम इसी कीचड़ बहरे रास्त से गुजरते हैं पर कोई भी इसका संज्ञान लेने वाला नहीं , सबके सब चुपचाप इस रास्ते से गुजरते हैं पर कोई इसका संज्ञान नहीं लेना चाहता.
स्थानीय निवासी भगवन सिंह चौहान का कहना है की पहाड़ में विकास के वादे केवल अखबारों में दीखते है हकीकत में कहीं कुछ भी नहीं है.
एक तरफ जहाँ लोग विकास की बाट जोह रहे थे वहीँ दूसरी तरफ विकास के नाम का लोलीपॉप
लोगों के आम जीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है.
स्थीन्य लोगों के माने तो रोजाना कई इस सड़क मार्ग से कई आला धिकारी गुजरते हैं , बालगंगा लाटा के तहसीलदार तो सुबह से शाम इसी कीचड़ बहरे रास्त से गुजरते हैं पर कोई भी इसका संज्ञान लेने वाला नहीं , सबके सब चुपचाप इस रास्ते से गुजरते हैं पर कोई इसका संज्ञान नहीं लेना चाहता.
स्थानीय निवासी भगवन सिंह चौहान का कहना है की पहाड़ में विकास के वादे केवल अखबारों में दीखते है हकीकत में कहीं कुछ भी नहीं है.