उधम सिंह नगर पुलिस की पहल

उत्तराखंड में भिक्षावृत्ति पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए सरकार ने पहले ही कैबिनेट में इसे अपराध के रूप में लेते हुए भीख देने ओर मांगने वाले को कानूनी रूप से अपराध की श्रेणी में रखा गया था जिसमे सार्वजनिक स्थलों पर भीख मांगते पकड़े जाने पर यह अपराध की श्रेणी में होगा और इसमें बगैर वारंट के गिरफ्तारी हो सकेगी। जिसके बाद प्रदेश भर में भीख मांग रहे बच्चो को लेकर जिले भर में ऐसे बच्चो के लिए अभियान चलाया जा रहा है जो कि कम उम्र के है ऊधम सिंह नगर जिले में अब तक पुलिस टीम ने 154 बच्चो को अलग अलग स्थानों में चिह्नित कर उन्हें भिक्षावृत्ति के दलदल से बाहर निकालने के लिए पहल शुरू की गई है। ऊधमसिंह नगर पुलिस ने काशीपुर, गदरपुर, रुद्रपुर, किच्छा, सितारगंज ओर खटीमा में भीख मांग रहे बच्चो को चिह्नित कर एनजीओ के माध्यम से काउंसलिग का काम करते हुए स्कूल में दाखिला कराने का काम किया जा रहा है जिसमे पिछले 15 दिनों में 154 बच्चो को चिह्नित किया गया है।  वही ऊधमसिंहनगर के एसपी सिटी देवेंद्र पींचा ने बताया भीख मांग रहे बच्चो के लिए ये पहल आगे भी जारी रहेगी बच्चो के साथ साथ उनके माता पिता की काउंसलिग कराई जा रही है साथ ही उनके लिए श्रम विभाग से रोजगार की व्यवस्था की जा रही है।  

एनजीओ संचालिका जया मिश्रा के मुताबिक बाल भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए प्रदेश के चार जिले देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल ओर उधम सिंह नगर में इस कार्यक्रम को चलाया जा रहा है उधम सिंह नगर में अब तक 154 बच्चो को इस दलदल से बाहर निकलने का प्रयास टीम द्वारा किया गया है, अब तक सीडब्लूसी ओर एनजीओ के माध्यम से काउंसलिग करा कर 21 बच्चो का दाखिला स्कूल में किया जा चुका है बाकी बच्चो के लिए भी प्रयास किये जा रहे है आगे भी इस तरह के अभियान को लेकर उनकी एनजीओ टीम के साथ खड़ी है।