उत्तराखंड:सीएम का त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल ई संवाद हुआ फेल सिस्टम की खुली पोल

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भले ही कितना भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत योजना को प्रभावी बनाने का प्रयास कर लें लेकिन अक्सर उनके प्रयास धरातल पर नाकाम साबित हो जाते हैं।आज भी कुछ ऐसा ही हुआ जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के साथ राजधानी देहरादून के नवोदय विद्यालय नानुरखेड़ा से वर्चुअल क्लासेस के माध्यम से ई संवाद स्थापित किया,लेकिन ये प्रयास फेल हो गया क्योंकि सिस्टम में गड़बड़ी पैदा हो गयी जिससे इस अहम प्रोग्राम की सारी पोल पट्टी ही खुल गयी।वर्चुअल क्लास में सबसे पहले चमोली के टँगसा स्कूल को जोड़ने का प्रयास किया फिर जोशीमठ के जीआईसी को जोड़ने का प्रयास हुआ फिर पौड़ी के जीआईसी को जोड़ा गया लेकिन कनेक्टिविटी ही नही जुड़ पाई इसके बाद गुस्साए मुख्यमंत्री ने सचिव सहित कई अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई। 

इस पूरे मामले में पंचायत और शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने सफाई देते हुए कहा कि तकनीकी खराबी के चलते ई संवाद में कुछ दिक्कतें आयी,उन्होंने ये भी कहा कि पिछले 3 दिनों से इसका ट्रायल सफलता पूर्वक किया गया था और यहीं से ऑन लाइन शिक्षा के लिए भी शिक्षको से वर्चुअल क्लासेस चलती हैं,आज जो तकनीकी दिक्कत आयी है उसके लिए एनआईसी को जांच के लिए कहा जायेगा।

गौरतलब है कि वर्चुअल क्लास के लिए राज्य के 450 स्कूलों में राज्य सरकार ने तकरीबन 92 करोड़ रुपये की लागत से ये बड़ी योजना को लांच किया लेकिन आज जब खुद सीएम इस योजना से जुड़े तब सिस्टम ही फेल हो गया।