उत्तराखंड - नैनीताल और उधमसिंह नगर जिले ऑरेंज जोन में,देहरादून रेड ज़ोन में।

कोरोना संक्रमण उत्तराखंड में कहां कितना फैला है इस आधार पर सरकार ने राज्य को तीन श्रेणियों में बांटा है ,इन्ही श्रेणियों से ये तय किया जाएगा कि लॉक डाउन 20 अप्रैल के बाद खोला जाएगा या नही। ये तीन श्रेणियां रेड ज़ोन,ऑरेंज ज़ोन, और ग्रीन ज़ोन है।रेड ज़ोन जैसा कि नाम से ही ज़ाहिर है इस श्रेणी में आने वाले जिलों के 20 अप्रैल के बाद भी कोई रियायत नही बरती जाएगी,रेड जोन में उत्तराखंड के वो जिले शामिल हैं जहां सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव मामले सामने आए जैसे देहरादून को फिलहाल रेड ज़ोन में रखा गया है।फिर ऑरेंज ज़ोन में उन जिलों को रखा गया हैं जहा बहुत कम कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए इस श्रेणी में नैनीताल जिला,उधमसिंह नगर,और अल्मोड़ा को रखा गया है।ग्रीन ज़ोन में वो जिले रखे गए हैं जहां जहा कोई भी कोरोना संक्रमण का मामला अब तक सामने नही आया ग्रीन ज़ोन को सेफ ज़ोन भी कहा जा सकता है,इस श्रेणी में उत्तरकाशी, बागेश्वर, चमोली,टिहरी, रुद्रप्रयाग, और पिथौरागढ़ को रखा गया है यहां 20 अप्रैल के बाद लॉक डाउन में ज़्यादा छूट दी जाएगी।
ये तीनो ज़ोन हॉट स्पॉट,नॉन हॉट स्पॉट,और नॉन पॉजिटिव केस स्पॉट के आधार पर तय किये गए हैं।सरकार द्वारा जारी की गई सूची के आधार पर देहरादून को हॉट स्पॉट जिले में रखा गया है वही नैनीताल,अल्मोड़ा, हरिद्वार, और पौड़ी जिलों को नॉन हॉट स्पॉट की श्रेणी में रखा गया है हांलाकि हरिद्वार और हल्द्वानी में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आये ,हल्द्वानी के बनभूलपुरा में कर्फ्यू भी लगाया गया है लेकिन फिलहाल बनभूलपुरा को छोड़ कर इन स्थानों को नॉन हॉट स्पॉट की श्रेणी में ही रखा है जहां 20 अप्रैल के बाद सशर्त लॉक डाउन में रियायत दी जा सकती है।सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार अगर 14 दिन तक किसी जिले में कोई कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने नही आता है तो उस जिले का ज़ोन स्वतः ही बदल जायेगा जैसे मान लीजिये सबसे हॉट स्पॉट देहरादून में अगर अगले 14 दिनों में कोई कोरोना पॉजिटिव मामला सामने नही आया तो देहरादून ऑरेंज ज़ोन में चला जायेगा।और अगर किसी ग्रीन ज़ोन में इन 14 दिनों के अंदर कोई कोरोना पॉजिटिव केस मिला तो वो सेफ ज़ोन से हटकर ऑरेंज ज़ोन में आ जायेगा,वहीं ऑरेंज ज़ोन में अगर कोरोना मामले बढ़ते है तो वो स्वतः ही रेड ज़ोन में तब्दील हो जाएगा।