इनकम टैक्स का शिकंजा

राज्य के लोगो की मेहनत की कमाई से तैयार हुए आईएएस ,आईपीएस और आईएफएस अफसरों के फाइव स्टार क्लब सिविल सर्विसेज संस्थान पर आयकर विभाग ने शिकंजा कसा हैं /आयकर ने संस्थान से 2 करोड़ 39 लाख 34 हजार 440 रूपये जमा करने के लिए कहा है, हालांकि संस्थान की ओर से 47 लाख रूपये टैक्स जमा भी कर दिया गया है,लेकिन बाकी टैक्स को लेकर अपिलीय कमिशनर कार्यालय में अपील की गई हैं/
आयकर विभाग ने टैक्स रिटर्न की स्क्र्टनी में इसे मामले को पकड़ा हैं / आईएएस ,आईपीएस और आईएफएस अफसरों की और से सिविल सर्विसेज संस्थान के नाम पर क्लब को विकसित किया गया है,आयकर की जाँच में पता चला है कि इसके लिए सरकार की और से जमीन दी है क्लब की बिल्डिंग बनाने के साथ ही दूसरे निर्माण कार्यो के लिए भी सरकार ने बजट दिया।खेल विभाग से पांच करोड़ का बजट संस्थान को दिया गया/ इसे फिक्स डिपॉजिट कर ब्याज के रकम से क्लब की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।आयकर ने इस एफडी से मिले व्याज को टैक्स के दायरे में पाया / वही कांग्रेस में इस मामले को लेकर सरकार को घेरने का काम कर रही है कांग्रेस की मानें तो इससे साफ होता है सरकार पर आईएएस ,आईपीएस और आईएफएस अफसर हावी हैं और वही दूसरी तरफ खेल विभाग के पास खिलाड़ियों के लिए कोई बजट नहीं हैं और अफसरों की अय्याशी के लिए बजट जाता है जहां एक तरफ विपक्ष इस मामले को लेकर सरकार को घेर रही है तो वहीं सपा ने भी इस मामले को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर कोई सवाल खड़े कर दिए सपा कि मानें तो सरकार अधिकारियों के आगे घुटने टेक चुकी है वहीं बीजेपी ने इससे मामले पर कहा बजट की कोई कमी किसी भी खिलाडी को नहीं होगी हमारी सरकार अच्छा काम कर रही है सभी खिलाड़ियों को किसी भी तरह की कोई भी परेशानी नहीं होगी।