अमेजन ऑन लाइन शाॅपिंग बना धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का सबसे बड़ा अड्डा

1994 में ऑन लाइन शापिंग करने के लिये आसान और आरामदायक सुविधा सबसे पहले अमेजन कम्पनी ने मुहैया करवाई।धीरे धीरे ये कम्पनी पूरी दुनिया में मशहूर हो गयी और इस कम्पनी का मालिक जैस बोजेस दुनिया के सबसे ज्यादा अमीरों की लिस्ट में शामिल हो गया।कहते हैं पैसे का नशा सबसे ज्यादा खराब होता है इस नशे में इन्सान इतना डूब जाता है कि वो किसी की भावनायें आहत करने से भी नहीं चूकता यहां तक वो खुद को भगवान ही मानने लगता है।दुनिया जिन्हें भगवान मानती है उनकी बेइज्जती करना और बार बार करना जैसे अमेजन कम्पनी का पेशा ही बन गया है।आये दिन भगवानों की तस्वीरों वाले पायदान ,टाॅयलेट शीट, दरी, पोछे इत्यादि ऑन लाइन अमेजन पर बेची जा रही हैं।कभी गणेश भगवान की तस्वीर वाले पायदान ऑन लाइन बेचे जा रहे हैं तो अब भगवान शिवजी की तस्वीर छपी टाॅयलेट कवर शीट ऑन लाइन बेची जा रही है।
अमेजन सिर्फ हिन्दुओं की भावनायें ही आहत नहीं कर रहा बल्कि सिख समुदाय के लोगों को भी नाराज करने में लगा हुआ है। सिक्खों के सबसे बड़े तीर्थ गोल्डन टैम्पल की तस्वीर छपी टाॅयलेट शीट अब ऑन लाइन बेची जा रही है।
इसके अलावा अमेजन पर अमेरिका के झंडे की तस्वीर वाली चप्पल,भारत के झंडे वाले पायदान इत्यादि भी बेचेजा रहे हैं। इस तरह सभी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर अमेजन का सोशल साइट्स पर बहिष्कार किया जा रहा है।पहले भी सुषमा स्वराज ने अमेजन को सचेत किया था, पर अमेजन के ढीठपने ने देवी देवताओं,जुतो,डोर मैट और झंडो की तस्वीरें अपने उत्पादों पर लगाना बंद नहीं किया, अब मामला तूल पकड़ने लगा और नोयडा के सेक्टर -58 कोतवाली में ई-काॅमर्स कंपनी अमेजन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
लोगों में अमेजन को लेकर जमकर गुस्सा फूट रहा है इसलिये ऑन लाइन शाॅपिंग ऐप अमेजन को लोग अपने फोन इत्यादि से भी हटा रहे हैं,और एक दूसरे से सोशल साइट्स के जरिये अमेजन के बहिष्कार के लिये अपील भी कर रहे हैं।हालांकि जब मामला गर्मा गया तब अमेजन ने कुछ उत्पाद अमेजन की ऑन लाइन साइट्स से हटा भी दी हैं पर सिर्फ अमेजन डाॅट इन से ।अमेजन डाॅट यूके पर अब भी आपत्तिजनक उत्पाद ऑन लाइन बिक रहे हैं।
इतना ही नही कुछ समय पहले अमेजन के मालिक जैफ बोजेस की विष्णु भगवान के रूप वाली एक तस्वीर फार्चून मैगजीन में छपने के कारण भी हिन्दू भावनाओं के आहत होने पर बवाल मचा था,इस मैगजीन मे जैफ की तस्वीर कवर पेज पर छपी थी।इस मैगजीन के अंदर एक स्टोरी छपी थी जिसका टाइटल 'अमेजन इन्वेड्स इंडिया था'।इस स्टोरी ने भारत में ही नही बल्कि अमेरिकी प्रवासी हिन्दुओं ने भी खासा रोष जताया था।
धार्मिक तस्वीरो के इस्तेमाल के अलावा अमेजन अश्लील उत्पाद भी ऑन बेच रहा है जो बड़े होते बच्चों के लिये खासकर नुकसानदायक है।अमेजन कम्पनी की इस तरह आपत्तिजनक वस्तुयें बेचने पर सवाल उठने लाजमी है कि अब तक कोई कड़ी कार्यवाही अमेजन के खिलाफ क्यों नहीं हुई? कहीं ऐसा तो नहीं है कि एक तरफ मामला जब गर्मा जाता है तब पैसो की ठंडक से मामला शांत भी कर दिया जाता हो।