अंधविश्वास ,आडंबर , और पाखंड का अजीब भूलभुलैया।

जो भारत कभी वीर पुरुषों और साधु संतों की तपोभूमि कहलाती थी वो ही भूमि आज आस्था की आड़ में दागदार होती जा रही है,आखिर ऐसा क्यों हो रहा है कि आये दिन कोई न कोई साधु संत यौन शोषण, बलात्कार और जाल साजी के आरोप में  गिरफ्तार होता रहता है,क्या साधु संतों को पैसा कमाने के लिए और अपनी कामवासनाओं को शांत करने के लिए साधु भेष धारण करना ही सबसे आसान तरीका नज़र आता है ताकि आसानी से कोई उन पर शक भी न कर सके।सबसे ज़्यादा ताज्जुब तो इस बात पर होता है कि साधुओं और बाबाओं के ढोंग को उनके किये हुए कुकृत्यों को जानते हुए भी उनके समर्थक उनके आगे ढाल बनकर खड़े हो जाते है कि लो जी हमने तो अपने आंख कान मुह बन्द कर लिए है आप भी चुपचाप इन बाबाओ के चरणों मे नतमस्तक हो जाओ। पुलिस और सरकार की मदद करने की बजाय उल्टा सारे समर्थक इन ढोंगी बाबाओ को बचाते नज़र आते है । ढोंगी और बलात्कारी बाबाओ की लंबी फ़ेहरिस्त है लेकिन इनको बचाने वालो की फ़ेहरिस्त इनसे कही ज़्यादा लम्बी है। ये बचाने वाले शायद कुछ ज़्यादा ही बुद्धिजीवी होंगे तभी समाज को खतरे से निकालने की बजाय उल्टा कुकर्मियों को बचाने में लगे रहते हैं । ठगने और बलात्कार करने वाले बाबा सिर्फ एक समुदाय के नही बल्कि हर समुदाय से आते है ये किसी भी धर्म मे पाखण्ड का रायता फैलाने में माहिर होते है कोई मौलवी बन कर ढोंग करता है तो कोई साधु महात्मा बन कर लोगो के विश्वास के साथ खेलता है।समाज मे इन सब ढोंग से आध्यात्मिक रूप से जो नुकसान हमारे समाज को हो रहा है उसकी भरपाई करना मुश्किल है,क्योकि लोगो के जेहन में बाबाओं को लेकर नकारात्मक छवि बनती जा रही है, आज हालात ये हो गयी है कि ऐसे ढोंगी और पाखंडी बाबाओ के लिए कड़ी से कड़ी अचार संहिता बननी चाहिए वरना भारत की समूची संस्कृति खतरे में पड़ जाएगी। 

पिछले कुछ सालों में तो ढोंगी बाबाओ की जैसे बाढ़ सी आ गयी है और सभी किसी ना किसी आरोप में कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं, इन दिनों जो सबसे ज़्यादा चर्चाओं में रहे उनकी लिस्ट में इन दिनों स्वामी चिन्मयानंद का नाम सबसे ऊपर है,यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार हो चुके चिन्मयानंद से अब साधु समाज ने भी दूरी बना ली है,फिर दूसरे नंबर पर है

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम के काले कारनामें जो सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध रहे, तो आशाराम बापू तो सबको चुना लगा कर जेल में भी मजे करने में लगे रहे,महिला ढोंगी भी इस लिस्ट में शामिल है जिन्हें आप राधे माँ के नाम से जानते हैं,फिल्मी स्टाइल में राधे माँ भक्तो के साथ अंग्रेजी धुनों में खूब नाच करती हैं और लूटती कितना होंगी इस बारे में हम कुछ नही कह सकते क्योंकि जब लूटे गए लोग ही अपना तमाशा बना रहे है तो हम क्या करें, निर्मल बाबा की कृपादृष्टि से तो आप सब वाकिफ ही होंगे,ढोंग करने की पराकाष्ठा तो देखिए सुबह क्या खाया था कह कर सुबह ताज़ा जूस पिया करो कृपा आनी शुरू हो जाएगी पर उनका ढोंग समाप्त होता है ,ऐसे ही सचिदानंद दत्ता,ओम बाबा,इच्छाधारी भीमानन्द,असीमानंद, रामशंकर,नारायण साईं,रामपाल,मलकान गिरी,जैसे बाबाओ की लम्बी लिस्ट है,जो कैसे न कैसे करके धर्मांध भक्तों को बेवकूफ बनाते है,ऐसे ही दूसरे समुदाय के भी कई लोग ऐसे है जो कभी निकाह और हलाला के नाम पर महिलाओं का शोषण करते है तो कभी मासूम बच्चीयों के साथ दुष्कर्म करके भी समाज से छुप जाते है।

अब सवाल ये उठता है कि इन सभी ढोंगियों को आखिर सत्ताधारी क्यो बचाने में लग जाते है ? क्या रिश्ता होता है नेताओ मंत्रियों का इन बाबाओ के साथ? ऐसा तो नही है कि पाखंड करके कमाई गयी दौलत का एक बड़ा हिस्सा राजीनीति की गलियों में भी जाकर बंट जाता हो,फिर वही पैसा चुनावों में काम आता हो।अभी हाल ही में स्वामी  चिन्मयानंद को बचाने के लिए उत्तरप्रदेश की सरकार जी तोड़ कोशिशें करते हुए देखी गयी है आखिर क्यों चिन्मयानंद को बचाया जा रहा है वजह जान आप भी सोच में पड़ जायेंगे,1980 के दशक से ही स्वामी चिन्मयानंद और योगी आदित्यनाथ के रिश्ते रहे है,उस दौरान राम मंदिर आंदोलन में चिन्मयानंद ने योगी आदित्यनाथ के गुरु महन्त अवैद्यनाथ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया था,तभी से योगी के साथ गहरी जान पहचान हो थी चिन्मयानंद की।आगे चलकर ये पहचान गहरी दोस्ती में तब्दील हो गई, योगी आदित्यनाथ के भगवा दस्ता हिन्दू युवा वाहिनी का सारा कामकाज चिन्मयानंद स्वामी ने ही संभाला था,योगी आदित्यनाथ ने चिन्मयानंद के कॉलेज के ऑडिटोरियम का उदघाटन भी किया था, अब समझे ये रिश्ता क्या कहलाता है ?

लॉ की छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न के जुर्म में स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के बाद ऐसे ढोंगी बाबाओ की एक लंबी फेहरिस्त अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने जारी की है जिसमे इन सभी बाबाओ के नाम शामिल है।आपको बता दे कि चिन्मयानंद बीजेपी के जाने माने  नेता और केंद्रीय मंत्री है जिन्हें हाल ही में एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार किया गया है ,एक वीडियो के सामने आने के बाद खुद चिन्मयानंद ने अपना इक़बाले जुर्म कबूल कर लिया है।