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हत्या थी या आत्महत्या: एक साल से अधिक समय के बाद भी पुलिस नहीं सुलझा सकी अज्ञात शव की पहेली! आख़िर कौन था वो.........?

Was it murder or suicide: Even after more than a year, the police could not solve the mystery of the unknown body! Who was he after all?

कहते हैं अगर पुलिस किसी भी गुनहगार को ढूंढने पर आ जाए तो पाताल से भी उसे खोज कर निकाल लाए और ना चाहे तो सामने खड़े अपराधी को भी अनदेखा कर देती है। यही कारण है कि कई मामले सिर्फ फाइलों में ही दबकर रह जाते हैं। और इस वजह से अक्सर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते है। कुछ ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड के जनपद ऊधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय रुद्रपुर से सामने आया है। जहां एक साल बीत जाने के बाद भी एक अज्ञात शव मिलने की घटना आज तक पहेली बनी हुई हैं। 

मामला रुद्रपुर के ठाकुर नगर का है जहां बीते वर्ष नाले में एक शव मिलने की सूचना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। घटना की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था लेकिन उसके बाद से यह घटना आज तक फाइलों के अंदर दब कर रह गई है। आपको बता दें 1 अप्रैल 2023  दिन सोमवार के दिन सुबह ठाकुर नगर और संजय नगर से होकर जाने वाले नाले में एक अज्ञात शव मिला था। पुलिस में पहले तो मामलों को सुलझाने के लिए पूरा दम झोंक दिया फिर अचानक मामले को फाइलों में दबा दिया। वही इस घटना के साथ उसी जगह से एक व्यक्ति के गुमशुदा होने का मामला सामने आया था। सूत्रों के अनुसार वह व्यक्ति आज तक कभी अपने घर नहीं लौटा। जानकारी के अनुसार नाले में मिलने वाले अज्ञात शव और वही से गुमशुदा व्यक्ति के मामले को एक साथ जोड़कर देखा गया था। कुछ लोगों ने अज्ञात शव की शिनाख्त भी की लेकिन फिर किसी दवाब में अपने बयान से पलट गए। वही अगर नाले के भौगालिक स्थित की बात करे तो उस वक्त नाले में इतना पानी नहीं था की एक इंसान का शव तैरकर कही और से वहा आ सके। विश्वसनीय स्थानीय सूत्रों के अनुसार अज्ञात शव और गुमशुदा व्यक्ति का मामला दोनों एक ही है। और गुमशुदा व्यक्ति का ही वह शव था जिसकी पहचान उसके कुछ परिजनों ने की भी थी लेकिन गुमशुदा व्यक्ति के और कुछ परिजनों ने उसे पहचन पहचानने से इंकार कर दिया था। सूत्रों की माने तो अगर गुमशुदा व्यक्ति वास्तव में गुम हो गया था तो आज तक उसके गुमशुदा होने की रिपोर्ट क्यों नहीं करवाई गई थी। और वह गुम नहीं हुआ था तो एक वर्ष में आज तक वह व्यक्ति अपने घर लौटकर क्यों नहीं आया है। फिलहाल इस मामले ने ट्रांजिट कैम्प थाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े किए है। जिसका जवाब पुलिस को मामले का खुलासा कर देना चाहिए।