त्योहारी सीजन में आसमान पर सब्जियों के दाम! टमाटर हुआ लाल,तो प्याज ने निकाले आंसू ,मिर्च ने भी दिखाए तीखे तेवर,जनता की थाली का बिगाड़ा स्वाद
एक तरफ त्योहारों का सीजन और दूसरी तरफ महंगाई की मार ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। अक्टूबर महीने में सब्जियों के बढ़े दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। बीते दो साल में पहली बार अक्टूबर महीने में सब्जियों के दामों में इस तरह की बढ़ोत्तरी देखने मिली है। इस दौरान टमाटर के दाम जहां आसमान छू रहे तो वहीं प्याज ने भी लोगों के आंसू निकाल रखे हैं।
सब्जियों के दामों में अचानक हुई इस बढ़ोत्तरी का कारण पिछले दिनों की बारिश को बताया जा रहा है। बारिश से अधिकांश सब्जियां खराब हो गई। इसीलिए सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। देहरादून की सबसे बड़ी निरंजनपुर सब्जी मंडी की बात की जाए, तो यहां पर थोक में टमाटर 50 रुपए और फुटकर में 80 से 120 रुपए प्रति किलो तक मिल रहा है। वहीं प्याज का भी कुछ ऐसा ही हाल है। निरंजनपुर सब्जी मंडी में प्याज थोक के भाव में 48 रुपए किलो तक मिल रहा है। वहीं फुटकर की बात की जाए तो प्याज 60 से 70 रुपए किलो बिक रहा है। इसके अलावा अन्य सब्जियों जैसे पत्ता गोभी सब्जी मंडी में 45 और फुटकर में 60 से 80 रुपए किलो तक मिल रही है। शिमला मिर्च के दामों में भी आग लगी हुई है। सब्जी मंडी में शिमला मिर्च 100 रुपए किलो और फुटकर में 140 से 160 रुपए प्रति किलो तक मिल रही है। सब्जी मंडी में अदरक 60 रुपए और फुटकर में 100 से 140 रुपए प्रति किलो मिल रहा है। वहीं लहसुन सब्जी मंडी में 280 रुपए और फुटकर में 350 से 400 प्रति किलो बिक रहा है।
अरबी सब्जी मंडी में 35 और फुटकर में 50 से 60 रुपए किलो मिल रही है। खीरा भी सब्जी मंडी में 25 और फुटकर में 40 से 60 रुपए किलो मिल रहा है। हरी मिर्च भी सब्जी मंडी में 90 और फुटकर में 120 से 160 रुपए प्रति किलो मिल रही है। वहीं नींबू 60 रुपए प्रति किलो 120 से 140 रुपए प्रति किलो। मूली सब्जी मंडी में 20 रुपए प्रति किलो से 40 से 60 रुपए प्रति किलो मिल रही है। निरंजनपुर मंडी इंस्पेक्टर अजय डबराल ने बताया है कि बाहरी राज्यों में पिछले दिनों बारिश होने के कारण सब्जियां खराब हुई हैं,जिसके कारण आवक कम आ रही है। इसी कारण सब्जियों के दाम में उछाल आ रहा है। लेकिन अब नई फसल आने वाली है और नया प्याज 20 अक्टूबर के आसपास आ जाएगा तो दाम में कुछ कमी आएगी। वहीं टमाटर की आवक भी 20 अक्टूबर के बाद सामान्य हो जाएगी।