उत्तराखण्डः दीक्षांत समारोह! देश को मिले 119 सशस्त्र सीमा बल के जवान, सीमा पर तैनात होकर करेंगे देश की पहरेदारी

श्रीनगर गढ़वाल। भारत-नेपाल भूटान सीमा की सुरक्षा का जिम्मा रखने वाली सशस्त्र सीमा बल को सशस्त्र सीमा बल के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण संस्थान श्रीनगर से 119 सैन्य कर्मी आज मिल गए हैं, जो देश की सीमा पर तैनात होकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करेंगे। दरअसल श्रीनगर में सशस्त्र सीमा बल के सीटीसी सेंटर में आज आयोजित हुए दीक्षांत समारोह में पुनः नियुक्त हुए 119 आरक्षी प्रशिक्षु अब सशस्त्र सीमा बल का हिस्सा बन गए हैं, 119 प्रशिक्षु में सबसे अधिक उत्तरप्रदेश के 50 प्रशिक्षु शामिल हैं। 32 सप्ताह की ट्रेनिंग के बाद 119 प्रशिक्षु सशस्त्र सीमा बल का हिस्सा बने। आज आयोजित दीक्षांत समारोह में एसएसबी के आईजी इंटेलीजेंस छेरिंग दोरजाई ने सभी प्रशिक्षु को उनके कर्तव्य की शपथ दिलाई। 1 जून 2017 से अधिकारिक रूप से स्थापित इस केन्द्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र में अब तक कुल 93 प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हो चुके हैं, जिसमे 5,674 प्रशिक्षुओं को अब तक प्रशिक्षित किया जा चुका है जो देश सेवा में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। समारोह में नीरज कुमार निवासी उत्तर प्रदेश को बेस्ट आरक्षी प्रशिक्षु का खिताब दिया गया, जबकि सर्वोत्तम फ़ायरर के रूप में आरक्षी प्रशिक्षु मुकेश कुमार सुंडा निवासी राजस्थान चुने गए। वहीं कोर्स के दौरान सौरव यादव निवासी उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम प्रशिक्षु खेल एवं शारीरिक दक्षता का खिताब अपने नाम किया, जिन्हें आईजी छेरिंग दोरजाई द्वारा सम्मानित किया गया। एसएसबी के आईजी इंटेलिजेंस छेरिंग दोरजाई ने कहा की भारत और नेपाल के बीच शांति व्यवस्था कायम है। देश की सीमा पर सशस्त्र सीमा बल के जवान देश की सुरक्षा का जिम्मा उठा रहे हैं, जिससे देश सुरक्षित मजबूत हाथों में है।