उत्तराखंड: छोटा अमरनाथ! देवभूमि के इस गांव में भी है बाबा बर्फानी की गुफा, अमरनाथ की ही तरह यहां भी प्राकृतिक रूप से बनता है हिम शिवलिंग!

Uttarakhand: Chhota Amarnath! Baba Barfani's cave is also there in this village of Devbhoomi, like Amarnath, ice Shivalinga is formed naturally here too!

उत्तराखंड अर्थात देवभूमि यहां कुदरत के बेशुमार खजाने तो हैं ही, साथ ही यहां प्राचीन मंदिरों का अनोखा संसार भी मिलता है।  प्रकृति के चमत्कार और ऐतिहासिक धार्मिक स्थल उत्तराखंड को देवभूमि बनाते है।  एक ऐसा ही चमत्कार हिम शिवलिंग का चीन सीमा से लगे गांव नीती के टिम्मरसैंण में हैं, जहां महादेव प्राकृतिक रूप से बर्फ के बने शिवलिंग के रूप में विद्यमान है,जो हुबहू अमरनाथ की गुफा में बर्फीले बाबा जैसा दिखाई देता है।

जी हां, शायद इस बात को कम ही लोग जानते होंगे कि उत्तराखंड में अमरनाथ के ही जैसी एक गुफा स्थित है, जहां बर्फ का हिमलिंग बनता है। इसे छोटे अमरनाथ के नाम से भी जाना जाता है।

टिम्मरसैंण महादेव की गुफा नीती घाटी के अंतिम गांव नीती में स्थित है। अमरनाथ की ही तरह यहां भी एक गुफा में प्राकृतिक रूप से बर्फ से शिवलिंग की आकृति उभरती है। उत्तराखंड में चीन सीमा क्षेत्र में स्थित नीती घाटी की टिम्मरसैंण महादेव गुफा में अमरनाथ के जैसा ही हिम शिवलिंग बनता है। 

टिम्मरसैंण महादेव की गुफा नीती घाटी के अंतिम गांव नीती में स्थित है। अमरनाथ की भांति ही यहां भी एक गुफा में प्राकृतिक रूप से बर्फ से शिवलिंग की आकृति उभरती है। नीती घाटी के ग्रामीण गुफा में प्रतिदिन पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए चमोली जनपद के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु आ रहे हैं।यहां बाबा के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु आदित्य तिवारी ने बताया कि ये जगह अद्भुत है,यहां बाबा बर्फानी के दर्शन करने के बाद चेतना जाग जाती है,देवभूमि में साक्षात् ईश्वर का वास है।

स्वयं बनता है दस फीट ऊंचा बर्फ का शिवलिंग


गुफा में करीब 10 फीट तक ऊंचे शिवलिंग के दर्शन होते हैं। इस पर पहाड़ी से टपकने वाले जल से हमेशा अभिषेक होता रहता है। इसी शिवलिंग के पास बर्फ पिघलने के दौरान हर साल बर्फ शिवलिंग का आकार लेता है। जिसे छोटे अमरनाथ या टिंमरसैंण महादेव के नाम से जाना जाता है।इन दिनों ये जगह अध्यात्म की दृष्टि से अलौकिक हो जाती है,और श्रद्धालु यहां बर्फीले बाबा के दर्शन मात्र से पुण्य कमाने आते हैं।