नैनीतालः वक्फ बोर्ड को समाप्त किए जाने का विरोध! काली पट्टी बांध कर अता की ईद की नमाज

नैनीताल। आज देशभर में ईद-उल-फितर का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस दौरान लोगों ने नमाज अदा कर एक-दूसरे को ईद की बधाई दी और अमन शांति के लिए दुआ मांगी। ईद की नमाज के लिए मुख्य आयोजन तल्लीताल और मल्लीताल की मस्जिदों में हुआ, जहां सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग एकत्र होने लगे। शहर की मस्जिद में मौलाना मुहम्मद फहीम ने नमाज अदा कराई और समाज में शांति, सद्भाव और भाईचारे का संदेश दिया। नमाज के बाद सभी ने एक-दूसरे को ईद की बधाइयां दीं और दुआएं मांगी।
इधर वक्फ बोर्ड को समाप्त किए जाने के के विरोध में नैनीताल में ईद के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काली पट्टी बांधकर ईद की नमाज अता की। जामा मस्जिद के मुफती अजमल काशमी ने कहा की ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से जारी निर्देशों को देखते हुए नैनीताल में आज काली पट्टी बांधकर नमाज की ईद अदा की गई। कहां मुस्लिम कानून से छेड़छाड़ और बदलाव को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहां अगर कोई कानून बनाना है तो मुस्लिम कानून को ध्यान में रखते हुए नियम बनाए जाएं। इस दौरान अंजुम इस्लामिया के सदर शोएब समसी, महासचिव मोहम्मद हामिद, ताली डाल मस्जिद के इमाम मौलाना नईम,साकिर हुसैन, हारून खान पम्मी, सैयद नदीम मून, युसूफ खान, शाकिर अली, नाजिम बक्श, फिरोज सिद्दीकी, मोहम्मद शाह निक्की, फैसल खान, अफजल हुसैन फौजी, मोहम्मद दानिश,वसी कुरैशी अकरम खान, मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद फरजाना, मोहम्मद शयान, मोहम्मद फैजान समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
वहीं ईद के मौके पर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने शहर के प्रमुख इलाकों का निरीक्षण किया और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग दिया। भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस बल की तैनाती की गई ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। नगर पालिका की ओर से भी सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया। मस्जिदों और ईदगाहों के आसपास साफ-सफाई सुनिश्चित की गई, जिससे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
सद्भाव और भाईचारे का संदेश
ईद के मौके पर हिंदू, सिख और अन्य समुदायों के लोगों ने भी मुसलमान भाइयों को बधाई दी और उनके साथ मिलकर खुशियां मनाईं। बाजारों में रौनक देखते ही बन रही थी, जहां लोगों ने सेवइयां, मिठाइयां और नए कपड़ों की खरीदारी की। होटल, रेस्तरां और मिठाई की दुकानों में भी भीड़ उमड़ी। वहीं इस अवसर पर कई सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों ने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए विशेष आयोजन किए। कई जगहों पर जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुएँ वितरित की गईं।