नैनीतालः सरोवर नगरी में दुर्गा पूजा महोत्सव की धूम! कुमाऊंनी और बंगाली संस्कृति का संगम देख हर कोई हुआ कायल, गुवाहाटी हाईकोर्ट की न्यायाधीश सुमन शर्मा ने की पूजा-अर्चना

नैनीताल। नैनीताल भले ही देश भर के पर्यटकों की पसंद रहा हो, लेकिन इन दिनों नैनीताल की फिजा मिनी बंगाल के रुप में देखने को मिल रही है। आम तौर पर कोलकत्ता में होने वाली दुर्गा पूजा की सरोवर नगरी में धूम है तो ऐसा लग रहा है की नैनीताल में मिनी बंगाल उमड़ आया हो। देश के अन्य जगहों की तरह नैनीताल में भी दुर्गा पुजा की धूम मची हुई है। सुबह से ही मां दुर्गा के भक्त मां के दर्शन के लिये मंन्दिर पहुंच रहे हैं। नैनादेवी मंन्दिर में बने मां दूर्गा के पंडाल में मां के जयकारों के साथ घंटी और मंत्रों की गूंज सुबह से ही सुनाई दे रही है। शाम होते ही मां की पंचआरती भक्तों के लिये खासा आकृषण बनी हुई है। पंच आरती के बाद धुन्ची पूजा दुर्गा महोत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण होती है। इसमें मिट्टी के हुके में नारयल जलाकर इससे उठने वाले धुवें से मां की पूजा की जाती है। यह बंगालियों का एक तहर का खेल होता है।
नैनीताल घूमने आए गुवाहाटी हाईकोर्ट के न्यायाधीश सुमन शर्मा ने मां दुर्गा के दर्शन की और धनुची आरती में शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नैनीताल सरोवर नगरी में अद्भुत नजारा देखने को मिला, जहां दो संस्कृतियों का विलय हो रहा है एक तरफ कुमाऊंनी संस्कृति तो दूसरी तरफ बंगाली संस्कृति। उन्होंने इसकी खूब प्रशंसा की और माता रानी की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। बहरहाल कहते हैं भक्ति में ही शक्ति होती है जो नैनीताल में भी देखने को मिल रही है और मंन्दिर में दुर्गा पूजा की धूम देख कर ऐसा लग रहा है मानों पूरा बंगाल नैनीताल में आकर समा गया हो।