नैनीताल ब्रेकिंगः जिला बार एसोसिएशन के चुनाव! भगवत प्रसाद अध्यक्ष, दीपक रूवाली सचिव तो शंकर चौहान बने उपाध्यक्ष, निर्विरोध चुने गए कार्यकारणी सदस्य

नैनीताल। जिला बार एसोसिएशन के चुनाव बुधवार को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गये। कड़े चुनावी मुकाबले में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर भगवत प्रसाद और सचिव पद पर दीपक रूवाली ने जीत हासिल की, जबकि उपाध्यक्ष पद पर शंकर चौहान और उपसचिव पद पर दीपक दत्त पांडेय ने जीत दर्ज की है। बुधवार को चुनावी गहमागहमी के बीच सुबह 10ः30 बजे से जिला बार एसोसिएशन के कुल चार पदों पर शुरू हुई मतदान प्रक्रिया शाम तीन बजे तक तक जारी रही। मतगणना के बाद शाम करीब पांच बजे मुख्य चुनाव अधिकारी नीरज साह, सह चुनाव अधिकारी संजय सुयाल ने विजयी प्रतिभागियों की घोषणा की। बार संघ चुनाव में कुल पंजीकृत 274 अधिवक्ताओं में से 228 अधिवक्ताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। अध्यक्ष पद पर विजयी रहे भगवत प्रसाद को कुल 88 मत मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे अरुण सिंह बिष्ट को 75, तीसरे स्थान पर पंकज बिष्ट को 33 व चौथे स्थान पर रही मंजू कोटलिया को 31 मतों से संतोष करना पड़ा। सचिव पद पर विजयी दीपक रूवाली को 123, उनके निकटतम प्रतिद्वंदी अनिल बिष्ट को 104 मत मिले। उपाध्यक्ष पद पर शंकर चौहान ने बढ़ी जीत दर्ज की। उन्हें कुल 161 मत मिले। इसी पद पर चुनाव लड़ रहे अब्दुल समीर को 64 मतों से संतोष करना पड़ा। उपचिव पद पर दीपक दत्त पांडेय ने जीत हासिल की, उन्हें कुल 145 वोट मिले। इसी पद पर दूसरे स्थान पर रहे प्रत्याशी जमीर अहमद को 82 मत प्राप्त हुए। परिणाम घोषित होने के बाद निर्वाचित सभी पदाधिकारियों को निर्वाचन प्रमाण पत्र दिये गए। नवनिर्वाचित भगवत प्रसाद, सचिव दीपक रूवाली सहित सभी पदाधिकारियों ने कहा कि वे एसोसिएशन व अधिवक्ता हित में पूरी निष्ठा और आत्मबल से कार्य करेंगे। चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न कराने में मुख्य चुनाव अधिकारी नीरज साह, सह-निर्वाचन अधिकारी संजय सुयाल, हेमंत धुसिया, गौरव भट्ट, मोहन नाथ गोस्वामी, शिवांशु जोशी, बार क्लर्क मयंक सनवाल ने अपना योगदान दिया।
कार्यकारणी सदस्य के चार पदों पर निर्विरोध निर्वाचन
नैनीताल जिला बार एसोसिएशन के चार पदों पर वरिष्ठ अधिवक्ता प्रीति साह, तारा आर्या, शशांक कुमार और गौरव कुमार का निर्विरोध निर्वाचन हुआ कार्यकारणी सदस्य के कुल 5 पदों मेंं से 4 पदों पर ही नामांकन भरे गए, जिस कारण किसी भी पद पर चुनाव नही कराया गया। व कार्यकारणी के चारों पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ।