नैनीताल:अरविंद आश्रम में धूमधाम से मनाया गया अरविंद रेलिक्स प्रतिष्ठा दिवस समारोह!गौरव बिष्ट, स्मित तिवारी और सिद्धांत नेगी ने शानदार प्रस्तुति से बांधा समां

Nainital: Arvind Relics Pratishtha Diwas celebration was held with great pomp at Arvind Ashram! Gaurav Bisht, Smit Tiwari and Siddhant Negi enthralled the audience with their brilliant performance

नैनीताल स्थित श्री अरविंद आश्रम में श्री अरविंद रेलिक्स प्रतिष्ठा दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस उपलक्ष्य में वन निवास में श्रद्धा, भक्ति और सांस्कृतिक गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ।

यह संपूर्ण आयोजन श्री अरविंद आश्रम दिल्ली शाखा की ट्रस्टी चेयरपर्सन तारा दीदी के सान्निध्य और मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। इस अवसर पर तारा दीदी ने एक प्रदर्शनी दीर्घा (Visual Exhibition Gallery) का उद्घाटन भी किया, जो विशेष रूप से श्री अरविंद और श्री माँ के जीवन, साधना और कार्यों पर केंद्रित है।

इस छायाचित्र संग्रह में उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं, आध्यात्मिक यात्राओं और शिक्षाओं से संबंधित चित्रों, दुर्लभ फोटोग्राफ्स व सूक्तियों को सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह प्रदर्शनी न केवल दृश्य आनंद प्रदान करती है, बल्कि दर्शकों को श्री अरविंद व माँ की चेतना से गहरे स्तर पर जोड़ती है।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रातःकालीन ‘आनंद गान – Songs of Bliss’ से हुई, जिसमें नैनीताल के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। उन्होंने आध्यात्मिक और भक्ति गीतों की मधुर प्रस्तुतियाँ दीं, जो श्रोताओं के अंतर्मन को शांत और भावविभोर कर गईं। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष डॉ सरस्वती खेतवाल ने छात्रों के प्रदर्शन की प्रशंसा की। 

संध्याकालीन ‘संगीत संध्या’ इस आयोजन का एक प्रमुख आकर्षण रही। इसमें गौरव बिष्ट और सिद्धांत नेगी ने अपनी भावपूर्ण वोकल प्रस्तुतियों से वातावरण को भक्तिभाव से भर दिया, जबकि कर्तिकेय वशिष्ठ की बांसुरी ने एक दिव्य तरंग उत्पन्न की।

उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध तबलावादक स्मित तिवारी और सुप्रसिद्ध गायक गौरव बिष्ट की संगति ने इन प्रस्तुतियों को और भी प्रभावशाली बना दिया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पद्मश्री अनुप शाह (प्रख्यात प्रकृति फोटोग्राफर) और देश के जाने-माने रंगकर्मी एवं सांस्कृतिक व्यक्तित्व ललित तिवारी उपस्थित रहे। उन्होंने प्रस्तुतियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

पूरा दिन श्रद्धा, संगीत और आत्मिक शांति से भरपूर रहा। श्री अरविंद आश्रम, वन निवास का यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जीवंत आध्यात्मिक अनुभव बन गया।