लोकसभा चुनावः मोदी की आंधी ने उड़ाई कांग्रेस की नींद! रुद्रपुर की रैली में उमड़ी भीड़ से भाजपाई गदगद, कांग्रेस ने किया जुबानी हमला

देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रुद्रपुर में हुई विशाल शंखनाद रैली के सफल आयोजन और जनता द्वारा भारी संख्या में रैली में शामिल होकर दिये गये समर्थन से भाजपाइयों के चेहरों पर रौनक दिखाई दे रही है, वहीं कांग्रेस के नेताओं के चेहरे की रौनक ना जाने कहां खो गई है। भाजपा नेता जहां प्रधानमंत्री की रैली के बाद ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं तो कांग्रेस प्रधानमंत्री की रैलियों को लेकर जमकर जुबानी हमला कर रही है। दरअसल मंगलवार को रुद्रपुर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी शंखनाद फूंक दिया है। यहां रुद्रपुर के मोदी मैदान से प्रधानमंत्री मोदी ने जहां केंद्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को मंच से जनता के सामने रखा। वहीं केदारखण्ड और मानसखंड का जिक्र करते हुए उत्तराखंड की जनता के दिलों को छूने का काम भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड ने जिस दैवीय तबाही का जख्म अपने सीने पर सहा है उसे दुनिया ने देखा है। मगर उस जख्म को भरने के साथ ही फिर से केदारनाथ को पुनर्जीवित करने का काम भाजपा सरकार ने करते हुए एक नई मिसाल कायम की है। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचारियों की पाठशाला है। वहीं भाजपा भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा से खडी रही है। यही वजह है कि आज भाजपा सरकार बेदाग है। पीएम मोदी की रैली के बाद कांग्रेस ने जमकर चुटकी ली और कहा कि प्रधानमंत्री को जनता के जिन सवालों का जवाब देने थे वो तो दिये नहीं बल्कि सिर्फ अपने मन की बात बोलते हुए जनता की भावनाओं के साथ एक बार फिर खिलवाड़ कर चले गये। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 2014 से लेकर अब तक दस सालों में भाजपा ने सिर्फ जुमलेबाजी कर जनता को गुमराह किया है। हांलाकि पीएम मोदी की रैली में उमड़ा जनसैलाब कांग्रेस के हौसलों को पस्त कर गया। जहां कांग्रेस लोक सभा चुनावों में अभी सिर्फ अपनी अंदरुनी रणनीतियों पर ही काम रही है वहीं भाजपा ने भव्य रूप से सजे मंचों में अपनी गर्जना शुरु कर दी है। ऐसे में भाजपा के पास अपने दस सालों का लेखा जोखा जनता के पास जाने के लिए है, लेकिन कांग्रेस महज भाजपा की नीतियों पर कटाक्ष कर जनता का ध्यान अपनी ओर खींचने का काम कर रही है, लेकिन भाजपा की मोदी नाम की आंधी के सामने कांग्रेस के जुबानी हमले कितना टिक पाते हैं ये तो आने वाले दिनों में पता चल पायेगा।