भव्य दीपोत्सवः रामनगरी में बने दो नए ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’! 25 लाख से अधिक दीयों से जगमगाई अयोध्या, 1,121 लोगों ने एक साथ की सरयू आरती

Grand Deepotsav: Two new 'Guinness World Records' made in Ramnagari! Ayodhya illuminated with more than 25 lakh lamps, 1,121 people performed Saryu Aarti together

अयोध्या। दीपावली के मौके पर बुधवार को अयोध्या में सरयू नदी के तट पर दो विश्व रिकॉर्ड बने। इस दौरान श्रीराम की नगरी में एक साथ सबसे अधिक लोगों द्वारा आरती करने और सबसे अधिक दीये जलाने के दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ बनाए गए। ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के निर्णायक प्रवीण पटेल ने बुधवार शाम को नए रिकॉर्ड की घोषणा की, जहां वे ‘गिनीज कंसल्टेंट’ निश्चल भरोट के साथ सत्यापन के लिए आए थे। प्रवीण पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन और सरयू आरती समिति सबसे अधिक 1,121 लोगों द्वारा आरती करने के लिए ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के खिताब धारक हैं। आप सभी को बधाई हो।दूसरे रिकॉर्ड के बारे में गिनीज निर्णायक दल ने कहा कि कुल 25,12,585 दीये जलाकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, सबसे अधिक दीयों के एक साथ प्रज्वलन के लिए नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के खिताब धारक हैं।

पहली बार 1121 वेदाचार्यों ने एक साथ सरयू नदी की आरती की
प्रवीण पटेल ने कहा कि वह एक नहीं बल्कि दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ खिताबों को सत्यापित करके “बहुत प्रसन्न” हैं – एक साथ सबसे ज़्यादा लोगों द्वारा आरती और सबसे अधिक दीयों का प्रज्वलन। उन्होंने कहा कि ‘एक साथ सबसे ज़्यादा लोगों द्वारा आरती एक बिल्कुल नया रिकॉर्ड है जबकि दीयों के प्रज्वलन का मौजूदा रिकॉर्ड 22 लाख 23 हजार 676 (22.23 लाख) दीये का था।


उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हमारे पास संख्या हो, लेकिन यह भी जरूरी है कि आप दिशानिर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि आपने दोनों रिकॉर्डों के लिए दिशानिर्देशों का पालन किया है। आपको बता दें कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद इस पहले दीपोत्सव पर इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने अनूठी पहल की। पहली बार 1121 वेदाचार्यों ने एक साथ सरयू नदी की आरती की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार शाम सरयू ‘मैया’ की आरती की। इस मौके पर 1121 वेदाचार्य एक ही रंग के परिधान में एक स्वर में आरती करते रहे। आरती से पहले मुख्यमंत्री ने सरयू की पूजा-अर्चना भी की।