खबर परेशान करती हैः क्या आपका बच्चा मोबाइल पर गेम खेल रहा है? अगर ‘हां’ तो सावधान हो जाएं! उत्तराखण्ड में ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में नाबालिग ने अपने ही घर में करवाई लाखों की चोरी, जानें कैसे हुआ खुलासा?

Disturbing news: Is your child playing games on mobile? If 'yes' then be careful! In Uttarakhand, due to online gaming, a minor got lakhs of rupees stolen from his own house, know how it was revealed

देहरादून। क्या आपके बच्चे मोबाइल फोन पर गेम खेल रहे हैं? अगर आपका जवाब ‘हां’ में है तो सावधान हो जाइए। क्योंकि हो सकता है कि आपका बच्चा कोई गलत कदम ना उठा ले। हो सकता है आपकी मेहनत की कमाई को आपका ही बच्चा साफ कर दे। जी हां ये सच है और ऐसा ही कुछ उत्तराखण्ड में हुआ है। दरअसल में चमोली के गोपेश्वर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे तमाम सवाल उठ रहे हैं। यहां विवेकानंद कॉलोनी तल्ला नैग्वाड निवासी चंपा गैरोला के पैरों तले तब जमीन खिसक गई, जब उसके घर में लाखों रूपए की चोरी हो गई। पुलिस के मुताबिक चम्पा गैरोला अपनी बेटी से मिलने देहरादून गई थी। जब वह देहरादून से गोपेश्वर अपने घर लौटी तो घर के दरवाजे का ताला टूटा था। सास के कमरे में बने स्टोर के लॉकर का ताला तोड़कर आभूषण चोरी कर लिए गए थे और उनके अपने कीमती आभूषण भी गायब थे। जिनकी कीमत लगभग 35.40 लाख रूपये है। महिला ने पुलिस को इस संबंध में जानकारी दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात में अभियोग पंजीकृत किया गया। पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार द्वारा मामले तत्काल अनावरण व चोरी में संलिप्त अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए अवाश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। और तत्काल पुलिस टीमों का गठन किया गया।  
पुलिस उपाधीक्षक चमोली संजय गर्ब्याल के मुताबिक जब मामले में सीसीटीवी कैमरों की गहनता से जांच की गई और टेक्निकल टीम की सहायता ली गई। सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकी सहयोग के आधार पर पुलिस टीम द्वारा उक्त चोरी की घटना में संलिप्त दो नाबालिगों को पकड़ा गया। नाबालिगों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि पीड़ित का नाबालिग पुत्र ही उक्त घटना का मास्टरमांइड है, जिसके पश्चात पुलिस टीम द्वारा पीड़ित के नाबालिग पुत्र को देहरादून से संरक्षण में लेते हुए जनपद चमोली लाया गया। उसने बताया कि वो लम्बे समय से ऑनलाइन गेमिंग और ट्रेडिंग व महंगे खर्चे करने का शौकीन है। जिसके लिए उसके द्वारा काफी लोगों से पैसे उधार लिए गए थे। उक्त चोरी की घटना में संलिप्त एक नाबालिग से भी उसके द्वारा पचास हजार रुपये उधार लिए गए थे। अन्य लोगों द्वारा भी उस पर लगातार पैसे वापस करने का दबाव बनाया जा रहा था। कर्जे से छुटकारा पाने के लिए नाबालिग द्वारा अपने ही घर में चोरी करने की योजना बनायी गई, जिसमें उसके द्वारा अपने दो नाबालिग दोस्तों को यह लालच देकर शामिल कर लिया गया कि उसके घर पर उसकी माँ और दादी के लाखों के गहने है, जिन्हें चोरी कर ऊंचे दाम पर बेचकर वे काफी मुनाफा कमा सकते है। जब उसकी मां देहरादून चली गई तो मौके का फायदा उठाकर उसने अपने दोस्तों का घर बुला लिया।