जन्मदिन विशेष:हरफनमौला किशोर कुमार जिन्होंने की थी चार शादियां, एक शादी के लिए उन्होंने बदल लिया था धर्म, जानिए ऐसे ही कुछ राज किशोर कुमार के

हिंदी फिल्म जगत के हरफनमौला किशोर कुमार का आज जन्मदिन है। किशोर कुमार ने फ़िल्म इंडस्ट्री को ऐसे बेहतरीन गानों की सौगात दी है जिन्हें ये दुनिया सदियों तक याद रखेगी।
"ज़िन्दगी के सफर में गुजर जाते है जो मुकाम वो फिर नही आते"वाकई किशोर कुमार के गुजर जाने के बाद उनकी तरह न तो कोई गायक अभिनेता आया और न ही शायद कभी कोई कोई वो मुकाम पा सकेगा जो किशोर कुमार को मिला।
डुडले डुडले डूडलयी कर म्यूजिक को नया अंदाज देने वाले विरले किशोर कुमार आज इस दुनिया मे भले ही नही है लेकिन उनकी यादें हमेशा ज़िंदा रहेंगी। किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में हुआ था। किशोर कुमार का असली नाम आभास कुमार था, लेकिन उन्हें उनके स्क्रीन के नाम किशोर कुमार से ही पहचान मिली। किशोर कुमार अपनी निजी जिंदगी में बहुत ही मस्तमौला किस्म के इंसान थे और साथ ही अभिन्न प्रतिभा के धनी थे।आप सब जानते होंगे कि किशोर कुमार ने चार शादियां की थीं,किशोर कुमार की पहली शादी रुमा देवी से हुई थी, लेकिन आपसी अनबन के कारण जल्द ही उनका तलाक हो गया। पहली शादी के वक़्त किशोर कुमार 21 साल के थे। शादी के 8 साल बाद दोनों अलग हो गए थे, इस शादी से उन्हें एक बेटा अमित कुमार हुआ,इसके बाद उन्होंने हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत अदाकारा मधुबाला के साथ शादी रचाई। मधुबाला के लिए उन्होंने अपना धर्म भी बदल लिया था और अपना नाम करीम अब्दुल रख लिया था लेकिन कुछ सालों बाद मधुबाला ने दुनिया को अलविदा कह दिया।किशोर कुमार ने 1976 में अभिनेत्री योगिता बाली के साथ तीसरी बार शादी की,लेकिन यह शादी भी ज्यादा दिन तक नहीं चल सकी और दो साल के अंदर ही यह रिश्ता खत्म हो गया। साल 1980 में उन्होंने चौथी और आखिरी शादी लीना चंद्रावरकर से की,चौथी शादी के वक्त उनकी उम्र 51 वर्ष थी। दोनों की मुलाकात 'प्यार अजनबी है' के सेट पर हुई थी।हालांकि ये शादी भी ज़्यादा नही टिक पाई किशोर कुमार से अलग होने के बाद योगिता बाली ने मिथुन चक्रवर्ती से शादी की।
किशोर कुमार ने फिल्मों से जुड़ने से पहले भी कभी भी संगीत की ट्रेनिंग नहीं ली थी। किशोर कुमार ने अपने करियर में सभी भाषाओं को मिलाकर 1500 से ज्यादा गाने गा चुके हैं। किशोर कुमार के भाई अशोक कुमार ने एक खास मीडिया बातचीत में बताया था कि किशोर कुमार बचपन में बेहद बेसुरे थे। अशोक कुमार के अनुसार किशोर कुमार की आवाज किसी फटे हुए बांस की जैसी थी,लेकिन जिस तरह किशोर कुमार ने हिंदी फिल्म जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई उसे देखकर अशोक कुमार की बात पर विश्वास करना ज़रा मुश्किल से लगता है।किशोर कुमार ने अपने करियर की शुरुआत साल 1946 में की थी। उन्होने फिल्म शिकारी से फिल्मों में कदम रखा था। इस फिल्म में उनके बड़े भाई ने अशोक कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इसके अलावा दोनों ने भाई-भाई, दूर का राही, चलती का नाम गाड़ी और बंदी में साथ काम किया। ऐसा कहा जाता है कि राजेश खन्ना को सुपरस्टार बनाने में किशोर कुमार का बहुत बड़ा हाथ रहा है राजेश खन्ना की ज़्यादातर फिल्मों में किशोर कुमार के गाये गाने ही शूट होते थे,चाहे ज़िन्दगी के सफर में गुजर जाते है हो या मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू हो,सब एक से बढ़कर एक हिट दिए।ये शाम मस्तानी मदहोश किये जाए आते जाते खूबसूरत आवारा सड़को पर ये सब गाने राजेश खन्ना के चेहरे पर ऐसे सूट किये जैसे मानो ये गाने राजेश खन्ना ने ही गाये हो।अमिताभ बच्चन के ऊपर भी किशोर कुमार की आवाज़ बहुत सूट करती थी।मंजिले अपनी जगह है रास्ते अपनी जगह है,ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना जैसे गानों ने अपने दौर में गजब का प्रभाव डाला था सभी गाने सुपरहिट रहे,अमिताभ बच्चन और किशोर कुमार की आवाज़ मानो पर्याय बन गए हो एक दूसरे का।किशोर कुमार की आवाज़ को जब संजीव कुमार पर आजमाया गया तो नतीजा चौकाने वाला रहा ,संजीव कुमार का तुम आ गए हो नूर आ गया है आज किसे याद नही किशोर कुमार एक ऐसे कलाकार थे जो कॉमेडियन से लेकर दुःख भरे गानों को गाने में महारथी थे उनके इस हरफनमौला पर जितना लिखा जाए उतना कम है।