आवाज खुलासाः सिडकुल भूमि पर विकसित हो रहा आवासीय प्रोजेक्ट लेकिन सूचना गायब! सवाल- तो क्या भूत-प्रेत कर रहे हैं निर्माण?

 Awaaz Disclosure: Residential project is being developed on Sidkul land but information is missing! Question- So are ghosts doing the construction?

रुद्रपुर। उत्तराखंड सरकार जो एक तरफ भू-कानून बनाती है और उद्योगों को स्थापित करने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ पंतनगर सिडकुल की औद्योगिक विकास के लिए संरक्षित जमीन को आवासीय प्रोजेक्ट बनाने के लिए बिल्डरों को लीज पर दे रही है। रुद्रपुर स्थित सिडकुल की जमीन पर पिछले एक साल से एक आवासीय   प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है। खास बात ये है कि इसकी जानकारी न तो सिडकुल के क्षेत्रीय प्रबंधक के पास है और न ही जिला विकास प्राधिकरण के पास, जबकि प्रोजेक्ट रेरा में पंजीकृत हो चुका है। पंतनगर सिडकुल नैनीताल हाइवे पर पिछले एक साल से लगभग 20 एकड़ से अधिक का आवासीय प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है। एक आरटीआई में पंतनगर सिडकुल के क्षेत्रीय प्रबंधक पीसीएस मनीष बिष्ट ने आवासीय प्रोजेक्ट की जानकारी उपलब्ध करवाते हुए बताया कि साल 2006 में सुपेरटेक और एसोटेक के जॉइन्टवेंचर को 42.5 एकड़ और ओमेक्स को 47.8 एकड़ की लीज डीड के आधार पर जमीन दी गई और साल 2012 में सिडकुल द्वारा 23 एकड़ की लीज रिवरक्रिस्ट नाम के प्रोजेक्ट के लिए सुपेरटेक कंपनी को दी गई। इन सभी के लीज एग्रीमेंट भी आरटीआई की सूचना के अंतर्गत भेजे गए, लेकिन क्षेत्रीय प्रबंधक मनीष बिष्ट ने सिडकुल की जमीन पर देवभूमि इंफ्रा के अंतर्गत विकसित किए जा रहे गार्डन एस्टेट नामक प्रोजेक्ट की जानकारी नहीं दी और न ही उससे संबंधित कोई कागज जिससे पता चले कि विकसित किए जा रहे प्रोजेक्ट की लीज हो चुकी है। 

ग्राहक बनकर पहुंची आवाज इंडिया की टीम, तब खुले राज
आवासीय प्रोजेक्ट गार्डन एस्टेट के बारे में जानने जब आवाज इंडिया के पत्रकार ग्राहक बनकर मौके पर पहुंचे तब जाकर प्रोइजेक्ट के बारे में नक्शे से लेकर तमाम जानकारी प्राप्त हुई। सिडकुल की जमीन पर विकसित किए जा रहे मेगा प्रोजेक्ट को कुछ ही महीनों पहले गार्डन एस्टेट का नाम दिया गया और उसकी बाउंड्री वाल को विज्ञापनों से कवर कर दिया गया। ये गार्डन एस्टेट प्रोजेक्ट देवभूमि इंफ्रा प्रोजेक्ट एलएलपी कंपनी के अंतर्गत है जिसके निदेशक रुद्रपुर के जाने माने मशहूर व्यवसायी के पुत्र हैं और रुद्रपुर में इस परिवार के कई बड़े व्यवसाय स्थापित हैं। इससे पहले भी साल 2012 में पंतनगर सिडकुल और सुपेरटेक की मिलीभगत से ग्रीन बेल्ट के अंतर्गत आने वाली जमीन को प्रोजेक्ट रिवरक्रिस्ट के नाम पर लीज पर देने के खेल का अंदेशा होने पर मेट्रोपोलिस रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने सिडकुल व सुपरटेक कंपनी के खिलाफ रेरा में शिकायत की जिसके बाद रेरा ने प्रोजेक्ट की बिक्री पर रोक लगा दी थी। पिछले एक साल से पंतनगर सिडकुल की जमीन पर 20 एकड़ से अधिक का गार्डन एस्टेट नाम का आवासीय प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है जिसकी जानकारी आरटीआई से मांगने पर अधिकारी देने को तैयार नहीं है, क्योंकि इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन रुद्रपुर की जानी-मानी हस्ती को शायद लीज पर दी गई है। हालांकि प्रोजेक्ट रेरा में पंजीकृत है, लेकिन सिडकुल कार्यालय और अधिकारी प्रोजेक्ट से संबंधित कोई भी जानकारी सार्वजनिक करने से बच रहे हैं। पंतनगर सिडकुल जिसकी जमीन पर अद्योगिक विकास होना था उस पर धड़ल्ले से आवासीय सोसायटीज का निर्माण हो रहा है पहले के बने हुए तीनों आवासीय प्रोजेक्ट में भी सिडकुल में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या मुट्ठी भर भी नहीं है। अधिकतर फ्लैट और विला बाहरी और स्थानीयों लोगों ने खरीद रखे हैं। और इस प्रोजेक्ट की बिक्री भी खुले तौर पर की जा रही  है। ताकि जल्द से जल्द प्रोजेक्ट को बेचा जा सके और मुनाफे को अंदर किया जा सके।