22 साल से पक्की सड़क का इंतजार

आलोक रावत पौड़ी
पौड़ी-श्रीनगर नेशनल हाईवे से गडोली प्रेमनगर सड़क पर 22 सालों से डामरीकरण न होने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग का घेराव किया और मुख्यालय पहुंचकर पक्की सड़क की मांग उठाई।ग्रामीण पिछले 22 सालों से इस कच्ची सड़क पर डामरीकरण करने की मांग उठा रहे हैं,लेकिन पक्की सड़क का निर्माण न होने से ग्रामीणों को मिली ये कच्ची सड़क, सड़क न मिलने के बराबर है ग्रामीण खस्ताहाल इस कच्ची सड़क पर बस और टैक्सी के न पहुँच पाने के कारण आज भी पैदल ही आवजाही करने को मजबूर हैं।22 सालों से इस सड़क पर समय रहते डामरीकरण न होने के कारण सड़क अब पूरी तरह से खस्ताहाल हो चुकी है।सड़को में बड़े- बड़े गड्ढो के बनने से बस,टैक्सी की आवाजाही भी गांव तक नहीं हो पाती है,जिससे ग्रामीण खासे परेशान हैं।बस टैक्सी का संचालन न होने से ग्रामीणों को 9 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना पड़ता है।ग्रामीणों की ये दिक्कत किसी व्यक्ति की तबियत अत्यधिक बिगड़ने पर और बढ़ जाती है।जिसको लेकर ग्रामीण जिम्मेदार विभाग और शासन को इसका कसूरवार ठहरा रहे हैं।वहीँं जिम्मेदार विभाग सड़क न बनने का बड़ा कारण बजट का अभाव बता रहा है साथ ही बार-बार बाधित होती इस सड़क की खस्ताहालत को सुधारने का आश्वासन भी ग्रामीणों को दे रहा है।विभाग का कहना है की बरसाती दिनों में कई सड़कें खस्ताहाल में है।इन्हें सड़कों को जे सी बी से साफ़ किया जा रहा है,जबकि सड़कों के गड्ढे बरसात खत्म होने के बाद ही भरे जा सकेंगे विभाग का ये कहना है की गांव में सड़क से लगा एक बड़ा बोल्डर परिवहन आवाजाही में बढ़ी दिक्कत बना हुवा है इसे हटाने के प्रयास किये जा रहे है।जिसके बाद ही गांव तक बस टैक्सी की आवाजाही सम्भव हो पायेगी वहीँ ग्रामीणों ने साफ़ किया है की जल्द सड़क की सुध न ली गई तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।