11 लोगों के साथ उत्तर प्रदेश के विधायक लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए पहुंचे चमोली

उत्तर प्रदेश के महाराज गंज के बाहुबली विधायक अमनमणि त्रिपाठी लॉक डाउन की धज्जियां उड़ाते हुए 11 लोगों के साथ जिला चमोली पहुंचे । विधायक अमन मणि त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट के पित्र कार्य पूरे करने हेतु उत्तराखंड शासन से अनुमति मांगी थी । जिसे प्राथमिकता देते हुए उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने  11 लोगों को जाने की  अनुमति प्रदान की थी । आपको बता दें कोविड-19 के चलते पूरे देश में डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट लागू है । डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत धार्मिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से आम जनता के लिए बंद है । 



जब इसके बाबत दूरभाष से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र से हमारे संवाददाता से वार्ता हुई  जिसमें उन्होने किसी भी तरह के पित्र कार्य को नकार दिया है । महेंद्र बिष्ट के अनुसार स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट की अस्थियों को प्रवाहित किया जा चुका है । देहरादून से लेकर चमोली तक के जिलाधिकारियों ने विधायक अमनमणि त्रिपाठी को उत्तराखंड सरकार के आदेशों पर दिया पूरा प्रोटोकॉल दिया गया ।

अब सवाल ये उठता है आखिर बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बावजूद विधायक अमनमणि त्रिपाठी को उत्तराखंड में प्रवेश कैसे करने दिया गया? प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश के अलावा देहरादून के अपर जिलाधिकारी ने भी अनुमति पत्र जारी किया था। विधायक अमनमणि त्रिपाठी को किसी भी जिलाधिकारी ने कोरेन्टीन नहीं किया। तीन गाड़ियों के काफिले को लेकर विधायक अमनमणि त्रिपाठी चमोली पहुंच गए। विधायक ने एसडीएम कर्णप्रयाग वैभव गुप्ता और स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ भी बदसलूकी की। क्या विधायक का रसूख इतना है कि जिसके चलते उत्तराखंड सरकार नतमस्तक हो गयी है। जब प्रदेश में किसी को धार्मिक स्थानों में इजाजत नहीं है तो विधायक अमनमणि त्रिपाठी चमोली जिले तक कैसे पहुंच गए ? या फिर लोक डाउन सिर्फ उत्तराखंड की आम जनता के लिए है जनता प्रतिनिधि के लिए नहीं चाहे वो किसी आँय प्रदेश से ही क्यों न आ रहा हो ?