1001 शंखों के नाद से होगा कुंभ का शुभारंभ

अगले साल होने वाले हरिद्वार कुंभ के दिव्य एवं भव्य आयोजन की शुरुआत 1001 शंखों के नाद से होगी।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सचिवालय में हुई कुंभ की तैयारियों की समीक्षा बैठक में इस संबंध में मेला अधिष्ठान की ओर से प्रस्तुतीकरण दिया गया।मुख्यमंत्री ने मौखिक सहमति जताते हुए कहा कि इस पर काम हो सकता है।यदि ये पहल परवान चढ़ी तो हरिद्वार कुंभ इस मामले में गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल हो जाएगा।अभी तक एक साथ 303 शंखों के नाद से किसी कार्यक्रम के शुरू होने का रिकार्ड है।यह भी सुझाव आया कि कुंभ से पहले देशभर में कलश यात्रा निकाली जाए।इन दोनों मामलों में निर्णय होना बाकी है।कुंभ मेला अधिष्ठान की ओर से मेलाधिकारी दीपक रावत ने समीक्षा बैठक में व्यापक प्रस्तुतीकरण दिया।इसमें कुंभ मेले के आयोजन से संबंधित कार्यों के बारे में विस्तार से बताया गया।प्रस्तुतीकरण में 1001 शंखों के नाद से महाकुंभ की शुरुआत और इससे पहले देशभर में कलश यात्रा निकालने के साथ ही विद्यार्थी कुंभ, संस्कृति कुंभ जैसे आयोजनों का सुझाव भी दिया गया।मेलाधिकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने मौखिक सहमति देते हुए कहा कि इन बिंदुओं पर कार्य किया जा सकता है।सभी तैयारियां पूरी होने के बाद इनके बारे में फैसला लिया जाएगा।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बैठक में कहा कि कुंभ मेले के कार्यों को पूरा कराने की जिम्मेदारी विभागीय सचिवों की होगी।तकनीकी दक्षता वाले विभागों के कार्यों में लापरवाही सहन नहीं होगी।कुंभ के बाद कार्यों व व्यवस्थाओं को लेकर कोई शिकायत न मिले, यह जिम्मेदारी विभागाध्यक्षों की होगी। उन्होंने अस्थायी निर्माण कार्यों के प्रस्ताव तीन दिन के भीतर मुहैया कराने को कहा।