हरीश रावत ने स्वीकारी हार

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली है। जिसके बाद कांग्रेस के नेताओं ने आत्ममंथन करना शुरू कर दिया है। देहरादून पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के अलावा असम के प्रभारी के तौर पर जिम्मेदारी संभालने वाले हरीश रावत कांग्रेस में किसी भी गुटबाजी को होने से इनकार कर रहे हैं। वहीं जनता के दिए गए जनादेश का सम्मान भी कर रहे हैं और 2022 और 24 की लड़ाई के लिए कांग्रेस को मजबूत करने की बात भी कर रहे हैं । देहरादून में मीडिया से बात करते हुए हरीश रावत ने कहा कि हार की जिम्मेदारी किसी एक की नहीं सबकी सामूहिक रूप से है। हार हुई है मिल बैठकर हार के कारणों का समाधान खोजा जायेगा।