सूरज सक्सेना हत्याकांड में आईटीबीपी के तीन जवान गिरफ्तार।

आइटीबीपी की हल्दुचौड़ स्थित 34वीं वाहिनी में 16 अगस्त को भर्ती के दौरान सूरज सक्सेना हत्याकांड में पुलिस ने तीन आईटीबीपी जवानों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है,हल्द्वानी के आईटीबीपी सेंटर में हुए इस हत्याकांड के कारण सेना को भी शर्मसार होना पड़ रहा है,आरोपित जवान उत्तर प्रदेश हरियाणा व राजस्थान के रहने वाले हैं।सोमवार दोपहर बाद नानकमत्ता विधायक प्रेम सिंह राणा आइटीबीपी परिसर के बाहर धरना दे रहे सूरज सक्सेना के परिजनों व ग्रामीणों के पास पहुंचे,उन्होंने आरोपितों की गिरफ्तारी की सूचना परिजनों को दी और धरना खत्म करने की अपील की,लेकिन प्रदर्शनकारी पुलिस के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर उनके द्वारा मामले का खुलासा करने की मांग पर अड़े रहे।जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी प्रत्यूष कुमार व अपर पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव व कोतवाल योगेश उपाध्याय धरना स्थल पर पहुंचे जिन्होंने मामले में तीन आईटीबीपी के जवानों को जेल भेजे जाने की सूचना देते हुए धरना प्रदर्शन समाप्त करने को कहा।

देश सेवा का सपना मन में संजोए नानकमत्ता निवासी ओमप्रकाश सक्सेना का बेटा सूरज(24) 15 अगस्त की शाम अपने साथियों के साथ 34वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल कैंप हल्दूचौड़ में भर्ती होने के लिए आया था,16 अगस्त को सूरज दौड़ में सफल हो गया था।आरोप है कि दौड़ के बाद टोकन जमा करने को लेकर आईटीबीपी के कुछ अधिकारियों से उसका विवाद हो गया था,तब से वह लापता था।सूरज के परिजन उसकी खोज में हल्दूचौड़ पहुंचे और आईटीबीपी पर सूरज को गायब करने का आरोप लगाया,लेकिन पुलिस उन्हें गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने की सलाह दी।लेकिन 18 अगस्त की शाम पुलिस ने परिजनों को बताया कि सूरज का शव आईटीबीपी परिसर से बरामद हुआ है।उसके बाद से ही सूरज के परिजनों व ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा था, आक्रोश के चलते ग्रामीणों ने सड़क जाम के साथ ही एक दिन के लिए नानकमत्ता बाजार भी बंद कर दिया था। तभी से परिजन व ग्रामीण आईटीबीपी जवानों की गिरफ्तारी को लेकर आईटीबीपी सेंटर के बाहर धरना दे रहे थे।