शर्मनाक- सरेराह अपनी पत्नी को पीटता रहा ग्राम प्रधान

सोशल मीडिया पर इन दिनो एक वीड़ियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति एक महिला की सरेराह पिटाई कर रहा है,और इस घटना क्षेत्र के आस-पास कुछ अन्य लोग भी मौजूद नजर आ रहे हैं, लेकिन कोई भी इस व्यक्ति को महिला की पिटाई करने से नहीं रोक रहा है, कुछ लोग इस घटना की वीडियो बनाने में मशगूल हैं।यह वीड़ियो उत्तराखण्ड़ के अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा विकासखण्ड के नाटाडोल गांव का बताया जा रहा है, जिसमें महिला की पिटाई करने वाला व्यक्ति गांव का प्रधान व महिला उसकी पत्नी बताई जा रही है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि प्रधान अपनी पत्नी को पीटते हुए बार-बार बंदूक से मारने की धमकी भी दे रहा है, इतने से ही इस व्यक्ति का जी नहीं भरा तो वह लात उठाकर महिला पर कई हमले करता है। वीडियो में आ रही आवाज से यह साफ पता चलता है कि इस घटना के समय घटनास्थल पर अन्य लोग भी मौजूद थे लेकिन उन्होंने इस व्यक्ति को रोकन के बजाय वीडियो बनानी जरूरी समझी।इस समाज के लिए जहां यह घटना बेहद शर्मनाक व निंदनीय है, वहीं महिला अत्याचारों पर लगाम लगाने की दुहाई देने वाले कानून के लिए भी सोचनीय है कि सरेराह महिला की पिटाई होते देख भी कोई उसकी मदद करने को तैयार नहीं है। कानून को क्या इस घटना को अंजाम देने वाले के साथ ही इस घटना को चुपचाप देखने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।

चुनाव जीतकर अपने आप को सर्वश्रेष्ठ बताना भारत में नेताओं की प्रवृत्ति रही है,और फिर वह आम-आदमी से सीधे मुंह बात करने को तैयार नहीं रहते हैं। पिछले दिनों रानीखेत विधायक करन महरा का भी एक वीडयो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें वह एक व्यक्ति को धमकाते नजर आ रहे थे। बहरहाल देखऩा होगा कि वीडियो वायरल होने के बाद भी कानून इस व्यक्ति पर कोई कार्रवाई करेगा या यह महिला जीवन भर इस व्यक्ति के अत्याचारों को सहती रहेगी। उत्तराखण्ड़ में हाल ही में पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं, और जनता ने अपना अमूल्य वोट देकर योग्य जनप्रतिनिधियों को चुना है, लेकिन अगर आगे भी इस तरह के जनप्रतिनिधि चुनकर आएंगे तो यह समाज के लिए घातक ही साबित होगा।