लॉक डाउन तो बहाना है फ़र्ज़ी मुकदमों में बेहड़ को फंसाना है पूरी ख़बर लिंक पर

लॉकडाउन के बीच पुलिस कार्यवाही से खफा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज ने उधम सिह नगर मे पुलिस मुख्यालय के मुख्य द्वार पर सत्याग्रह आंदोलन का आव्हान करते हुए सांकेतिक धरना दिया । इस दौरान पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ पर लॉकडॉउन उल्लंघन समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के खिलाफ कांग्रेसी कुनबा भी एकजुट हो गया है। बेहड़ ने तय कार्यक्रम के तहत एसएसपी ऑफिस के बाहर गेट के सामने सड़क पर बैठकर सांकेतिक धरना देकर इसका विरोध जताते हुए तत्काल मुकदमा वापस लेने और हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की । वहीं कांग्रेसियों ने भी शहर के विभिन्न चौकों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उनके समर्थन में धरना दिया।
रुद्रपुर के ग्राम मलसा गिरधरपुर में हुई फायरिंग के बाद मुकदमा दर्ज होने से खफा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ ने पुलिस कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया है। उनका कहना था कि पुलिस ने राजनीतिक दबाव में आकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जबकि घटना की रात वह अपने गांव में घायलों का हालचाल जानने व ग्रामीणों को शांत कराने के लिए गए थे।
इधर, बेहड़ के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग को लेकर अंबेडकर पार्क सहित कई जगहों पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने घरो के सामने भी धरने पर बैठे । ग्राम मलसा गिरधरपुर में आरोपियों ने पिता-पुत्र पर फायर कर उन्हें घायल कर दिया था । जिससे गांव में माहौल गरमा गया था। सूचना पर बेहड़ ने गांव में जाकर लोगों से घटना की जानकारी ली थी।
घटना के दूसरे दिन पुलिस ने पूर्व मंत्री पर गांव में सभा करने के आरोप में लॉकडाउन उल्लंघन पर मुकदमा दर्ज कर दिया था। इससे नाराज बेहड़ ने पुलिस कार्यालय के बाहर धरना देने की चेतावनी दी थी। धरना देने की चेतावनी के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत कई लोगों ने धरना को समर्थन दिया। मारपीट में घायल मदनलाल के साले प्रेमलाल छावड़ा के साथ रुद्रपुर पुलिस कार्यालय के बाहर बेहड़ धरने पर बैठ गए।
इसके साथ ही डीडी चौक पर व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा, भगत सिंह चौक पर महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा, गांधी पार्क में पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा सहित कई जगहों पर कार्यकर्ता " में भी तिलक राज बेहड़ " की तख्ती लेकर धरने पर बैठे।