लापरवाह शिक्षा मत्री की बेपरवाह शिक्षा प्रणाली

सूबे में शिक्षा के लिए लाख बड़े बड़े दावे करने वाले सरकार के शिक्षा मंत्री के गृह जिले में ही शिक्षा का बुरा हाल है । आंकड़ों के अनुसार शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के ग्रह जनपद में ही 10वीं और 12वीं के 389 पद रिक्त पड़े हैं । यही आलम उच्च अधिकारियों का भी है । जिले मे सहायक शिक्षा अधिकारी काशीपुर का पद रिक्त है । जबकि गदरपुर, सितारगंज और खटीमा में खण्ड शिक्षा अधिकारी के पद रिक्त चल रहे हैं ।
नौनिहालों के बेहतर भविष्य के लिए लाख दावे करने वाली उत्तराखंड सरकार शिक्षकों के रिक्त पद तक नहीं भर पा रही है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के ग्रह जनपद उधम सिंह नगर में ही कई पद खाली चल रहे हैं। जिले में हाई स्कूल व इंटरमीडिएट के 125 विद्यालय हैं जिसमें से कक्षा 6 से 12वीं तक 1 लाख 18 हजार 898 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं । लेकिन जिले के तमाम स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों के पद लम्बे समय से रिक्त चल रहे हैं। ऐसे में छात्र और छात्राओं को अपना सलेबस पूरा करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है। आलम ये है कि छात्र और छात्राओं को अलग से कोचिंग कर अपनी पढ़ाई पूरी करनी पड़ रही है। अभिभावकों की मानें तो स्कूलों में लम्बे समय से महत्त्वपूर्ण विषयों के अध्यापक मौजूद ही नहीं है। आंकड़ों के अनुसार शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के ग्रह जनपद में ही 10वीं और 12वीं के 389 पद रिक्त पड़े हैं I
रिक्त पदों की संख्या पदानुसार -
प्रधानाचार्य - 28
प्रधानाचार्य महिला - 5
प्रधानाध्यापक - 28
प्रधानाध्यापिका - 6 प्रवक्ता
प्रवक्ता सामान्य - 65
प्रवक्ता महिला - 59 एलटी
एलटी पुरुष- 181
एलटी महिला - 84
वहीं जिले के शिक्षा अधिकारी भी मान रहे हैं कि जिले में कई विभागों में अधिकारी, प्रधानचार्य, प्रवक्ता और एलटी के पद रिक्त पड़े हैं. लेकिन आगामी ट्रांसफर के बाद सभी खाली पदों को भरने की उम्मीद जताई जा रही है।