राम मंदिर फैसले पर सीएम का बयान

राम मंदिर अयोध्या विवाद मामले में आये सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देशभर से कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया जा रहा है।सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सीजेआई की पूरी टीम को बधाई सैंकड़ों सालों से लटके इस मामले पर ऐतिहासिक फैसला लिया है।हर वर्ग को इस फैसले का स्वागत करना चाहिए।वहीं राज्यपाल बेबी रानी मौर्या ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम सभी को सम्मान करना चाहिए किसी को भी देश का माहौल नहीं बिगाड़ना चाहिए। वहीं केंंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री डा रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि कोर्ट का फैसला ऐतिहासिक है सभी को शालीनता से इस फैसले का स्वागत करना चाहिए। आपको बता दें कि अयोध्या मामले में 5 जजों का फैसला आया है। कोर्ट ने कहा- रामजन्मभूमि कोई व्यक्ति नहीं है।रामजन्मभूमि कोई व्यक्ति नहीं है,जो कानून के दायरे में आता हो।अदालत ने कहा कि आस्था के आधार पर फैसले नहीं लिए जा सकते।विवाद सुलझाने के लिए हो सकते है सांकेतक।अंग्रेजों के शासनकाल में राम चबूतरा और सीता रसोई में होती थी पूजा इस बात के सबूत है।हिंदुओं के पास विवादित जमीन के बाहरी हिस्से का था कब्जा।निर्मोही अखाड़ा न तो सेवादार और ना ही श्रद्धालु।निर्मोही अखाड़ा न तो सेवादार है और न ही भगवान रामलला के है श्रद्धालु।चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने 'लिमिटेशन' की वजह से अखाड़े का दावा किया खारिज।खाली जमीन पर नहीं थी मस्जिद।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बाबरी मस्जिद खाली जमीन पर नहीं बनी।एएसआई के मुताबिक मंदिर के ढांचे के ऊपर ही बनाया गया मंदिर।