रामनगर में भी हुआ नागरिकता संशोधन कानून का विरोध

रामनगर-संयुक्त संघर्ष मंच द्वारा काकोरी कांड के शहीदों की स्मृति में 19 दिसंबर को रानीखेत रोड पर धरना देकर नागरिकता संशोधन कानून में नागरिकता का मानक संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप धर्म निरपेक्षता को बनाते हुए सभी को समान रुप से नागरिकता दिये जाने, जन-आंदोलनों को दमन बंद करने व राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को खारिज करने की मांग की गयी। ललित उप्रेती के संचालन में हुई सभा को संबोधित करते हुये वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने 2014 के चुनावों से पूर्व जनता से वादा किया था कि वह हर वर्ष 2 करोड़ लोगों को रोजगार देगी व विदेशों से काला धन लाकर 15-15 लाख उनके बैंक खातों में डालेंगे। लेकिन आज सरकार अपने वादों को पूरा करने की जगह देश की जनता में फूट डालने के लिये नागरिकता संशोधन कानून लेकर आयी है। जिसके माध्यम से सरकार देश में आ रही मंदी से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। सभा को मौ. शाकिर, नदीम, प्रभात ध्यानी, महेश जोशी, पृथ्वी पाल सिंह, खुर्शीद आलम, डा. जफर सैफी, नदीम, तहसीम रजा, चाक खान, सोहराब सैफी, हाफिज सईद, मुनीष कुमार, सरस्वती जोशी, कौशल्या चुनियाल, मनमोहन अग्रवाल आदि ने संबोधित किया।