रामनगर के बृजेश अस्पताल की आयुष्मान योजना में सूचीबद्धता समाप्त

अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुकी है, पिछले दिनों जहां काशीपुर के कुछ अस्पतालों पर धांधली के आरोप लगे थे, और उन पर कार्रवाई कर उनकी सूचीबद्धता समाप्त कर दी गई थी, तो वहीं अब रामनगर के बृजेश अस्पताल पर लगे धांधली के आरोप भी सही पाये गये हैं, जिसके चलते राज्य स्वास्थ्य अभिकरण ने इस अस्पताल की सूचीबद्धता समाप्त कर दी है।अस्पताल पर 1,96,800 रुपये का अर्थदंड भी लगाया है, यह राशि उसे अगले 7 दिन में जमा करनी होगी अन्यथा वसूली की कार्यवाही की जाएगी।अस्पताल प्रबंधन पर आयुष्मान कार्ड धारकों से पैसे वसूलने,आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद उपचार नहीं देने के जैसे कुल पांच आरोप थे,जिनमें से चार आरोपों की पुष्टि हुई है।अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना के निदेशक -प्रशासन के अनुसार अस्पताल को अपना पक्ष रखने का अवसर प्रदान किया गया था,पर उनके उत्तर संतोषजनक नहीं पाए गए।अस्पताल पर आरोप है कि इसी वर्ष 8 फरवरी को एक मरीज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था अस्पताल के एमडी डॉक्टर ब्रजेश अग्रवाल ने उसकी दो जांचे सीटी थोरेक्स और सीबीसी कराने को कहा इस पर मरीज की हालत बिगड़ी तो सीटी नहीं कराया गया केवल सीबीसी जांच ही कराई गई इस जांच रिपोर्ट पर खुद डॉक्टर बृजेश ने हस्ताक्षर किए जबकि वह पैथोलॉजिस्ट नहीं हैं, मरीज की उचित जांच बिना मरीज को आईसीयू में रखा गया इससे उसकी हालत बिगड़ती चली गई और उसकी मौत हो गई।अस्पताल की अटल आयुष्मान योजना से सूचीबद्धता समाप्त करते हुए धोखाधड़ी में इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी भी है।