रामनगर- इजराइली तकनीक से खेती- बागवानी कर दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बने दीप बेलवाल।

रामनगर - भारत में जनसंख्या लगातार बढ़ती जा रही है, शहर हो या गांव हर जगह मकान बनते जा रहे हैं। मकानों के बनने से कृषि भूमि कम होती जा रही है, इसलिए अब कम भूमि में अधिक उत्पादन पर जोर और वैज्ञानिक शोध किया जा रहा है। यह काम अब उत्तराखंड के रामनगर शहर के सांवल्दे गांव में चल रहा है।
यहां के उन्नत किसान दीप बेलवाल ने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जो सभी के लिए प्रेरणा बन गया है। इन्होंने अपने खेतों के बगीचे में इजरायल देश की तकनीक को आजमाया है, जिससे इन्हें अधिक लाभ मिल रहा है। जहां एक एकड़ भूमि में 100 आम और लीची के पेड लगाए जाते हैं, दीप बेलवाल ने नई तकनीक अपना कर एक एकड़ भूमि 500 से लेकर 1000 हजार तक पेड लगा दिए हैं।
वैज्ञानिक भाषा में आम के लिए अल्ट्रा हाई डेनसिटी और लीची के लिए सिंगल कैनोपी मल्टीप्ल रुट सिस्टम कहा जाता है। इस तकनीक से फलों का उत्पादन कई गुना बढ़ जाता है।
किसान दीप बेलवाल ने बताया कि इन बगीचों को लगाना भी पारम्परिक बगीचों से आसान होता है। जो कम मेहनत कर अधिक पेड लगाए जाते हैं और यहाँ उत्पादित फलों को विदेशो तक भेजा जाता है।
बगीचे में काम कर रहे बिशन सिंह ने बताया कि आम और लीची के लिए अलग अलग तकनीकी अपनायी जाती है। इन नए बगीचो में 2 सालो में ही उत्पादन होने लगा है और खासतौर से इन फलों की विदेशो में अधिक सप्लाई की जाती है । इन फलों को पेड़ों में ही कवर करके रखा जाता है, ताकि यह हर तरफ से सुरक्षित रहे। उन्नत किसान दीप बेलवाल के खेतों में, पॉलीहाऊस के अंदर कई तरह के फोनिक विधि से टमाटर और ककड़ी की खेती और बागवानी की जा रही है।
जिस कारण यहां अधिक उत्पादन कर अधिक लाभ कमाया जा रहा है।