मुर्दे के हाथ मे लगाई हथकड़ी

,जनाब यदि आपको ऊधम सिंह नगर आना है, तो जरा संभल कर आये क्यों कि यहां मुर्दे भी भागने लगते हैं। जी हां आपने सही सुना आपने जिंदा आदमी को हथकड़ी लगी तो देखी होगी, लेकिन आज हम आपको मुर्दे के हाथ में हथकड़ी लगी हुई दिखाएंगे। एक मुर्दा पुलिस की हिरासत में जैसे ही आया पुलिस कर्मियों ने मुर्दे को हथकड़ी लगा दी। ये पूरी वारदात कैमरे में कैद हो गयी।
ऊधम सिंह नगर में मानवता को शर्मसार करने वाला ऐसा ही एक मामला सामने आया है ,जिसे देख और सुन कर आप हैरत में पड़ सकते हैं। हर व्यक्ति एक शव को देखकर उसे नमन करते हुए ईश्वर से उसकी आत्मा की शांति की कामना करता है,पर यहां आत्मा की शांति तो छोड़िये मुर्दा ही हिरासत में ले लिया गया। मामले का संज्ञान होने के बाद भी कर्मचारियों पर पुलिस के आला अधिकारी भी कोई कार्यवाही नही कर रहे है।
मामला काशीपुर कोतवाली क्षेत्र का है, जहाँ एक व्यक्ति भुवन चंद निवासी ऊँचा कोट थाना बेतालघाट अज्ञात कारणों से काशीपुर आया हुआ था। भुवन ने आज सुबह अज्ञात कारणों के चलते विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया, जिसके बाद भुवन काशीपुर के सरकारी अस्पताल में पहुंच गया। जहाँ चिकित्सकों ने उसका इलाज करना शुरु किया लेकिन उसे बचा नहीं पाए। जिसके बाद चिकित्सकों ने मामले की जानकारी कोतवाली काशीपुर में दी। मामले की सूचना मिलते ही कोतवाली में तैनात दो सिपाही सरकारी अस्पताल में पहुंच गए। जहाँ उन्होंने अपनी हैवानियत का इस कदर परिचय दिया कि आप सुनकर भी दंग रह जाएंगे। दोनों सिपाहियों ने भुवन के शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर जाने के लिए एक ई रिक्शा की मदद ली। जिसमे पुलिस कर्मियों ने शव को स्ट्रेचर के साथ ई रिक्शे में उलटा सीधा रख दिया। यही नहीं पुलिस कर्मियों ने अपनी शव के प्रति क्रूरता दिखाते हुए शव के हाथों को हथकड़ी से ई रिक्शे से भी बांध दिया। जिसके बाद अस्पताल से निकलते ही ई रिक्शा एक बाइक से टकरा गया और बाइक भी गिर गई।जब इस मामले में एसएसपी बरिंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वाहनों की उपलब्धता न होने के कारण पुलिसकर्मियों द्वारा ऐसा कदम उठाया गया होगा।